रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक मौके पर जेडीएस चीफ एचडी देवेगौड़ा भी मौजूद रहे। देवेगौड़ा संसद की अगली पंक्ति में बैठे दिखाई दिए। देवेगौड़ा ने संसद के नए भवन के उद्घाटन को ऐतिहासिक बताया और कहा कि उन्होंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी।
‘ये मेरा सौभाग्य’
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘यह मेरा सौभाग्य है कि मैं भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बना। मैं 1962 में कर्नाटक विधानसभा पहुंचा था और 1991 तक विधानसभा का सदस्य रहा। मैं 32 साल पहले इस महान सदन का सदस्य बना था और मैंने कभी नहीं सोचा था मैं देश का प्रधानमंत्री बनूंगा और ये भी नहीं सोचा था कि इतने लंबे समय तक सार्वजनिक जीवन का हिस्सा रहूंगा।’
‘यह देश के लिए दुर्लभ क्षण’
देवेगौड़ा ने कहा कि ‘इससे भी बड़ी हैरानी की बात ये है कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं संसद के नए भवन में बैठूंगा। मैं 91 साल की उम्र में ये भी कर रहा हूं।’ नए संसद भवन के उद्घाटन की अहमियत बताते हुए देवेगौड़ा ने कहा कि ‘एक आम भारतीय जीवन में एक ही बार घर का निर्माण करता है और गृह प्रवेश बेहद ही पवित्र पल होता है। उसी तरह एक देश के लिए भी यह एक दुर्लभ क्षण है।’
‘भारत के लोग बहुत समझदार’
जेडीएस चीफ ने कहा कि आजादी के बाद हमारी संसद ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। इसने अहंकार और विनम्रता भी देखी है और जीत और हार भी देखी है लेकिन इसने हमेशा बैलेंस बनाकर रखा और देशवासियों की उम्मीदों को पूरा किया। वयोवृद्ध नेता ने कहा कि भारत के लोग बहुत समझदार हैं, अगर वह देखते हैं कि कोई हमारे देश के संतुलन को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है तो वह चुपचाप ऐसे लोगों को इस महान सदन से बाहर कर देते हैं।
बता दें कि संसद के नए भवन का 20 से ज्यादा विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार किया। हालांकि कई राजनीतिक पार्टियों के नेता इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इन्हीं में जेडीएस चीफ एचडी देवेगौड़ा, वाईएसआर चीफ जगन मोहन रेड्डी, बीजद नेता नवीन पटनायक आदि मौजूद रहे।
Bureau Report
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