महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन जल्द ही कैबिनेट विस्तार करने पर विचार कर रही हैं। इसके लिए मंथन चल ही रहा है कि गठबंधन की सहयोगी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ने भी अपने लिए एक मंत्री पद की मांग कर दी है। बुधवार रात में मुंबई के बाहरी इलाके में आरपीआई कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी अध्यक्ष रामदास अठावले ने बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र में अगले मंत्रीमंडल विस्तार में अपनी पार्टी के लिए एक मंत्री पद की मांग की है।
रामदास अठावले ने मांगी इतनी सीटें
63 वर्षीय दलित नेता ने कहा कि उन्होंने उचित फोरम पर अपनी यह मांग रख दी है। उन्होंने ये भी कहा कि वह कोशिश करेंगे कि महाराष्ट्र में आरपीआई (अठावले) को दो से तीन लोकसभा सीटें और 10-15 विधानसभा सीटों पर टिकट दिए जाएं। अठावले ने ये भी कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना-भाजपा गठबंधन के साथ मिलकर निकाय चुनाव और जिला परिषद के चुनाव भी लड़ेगी।
बीते साल 9 अगस्त को शिंदे फडणवीस सरकार में 18 नेताओं ने मंत्रीपद की शपथ ली थी। हालांकि नियमों के मुताबिक राज्य में मंत्रियों की तय अधिकतम संख्या 43 की है। यही वजह है कि भाजपा और शिवसेना के कई नेता बेसब्री से कैबिनेट विस्तार का इंतजार कर रहे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र से पहले कैबिनेट विस्तार हो सकता है।
भाजपा-शिवसेना गठबंधन की बढ़ाई मुश्किल
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के बीच इन दिनों तनातनी की खबरें आ रही हैं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय राउत ने दावा किया है कि भाजपा ने सीएम शिंदे से अपने कुछ मंत्रियों को मंत्रीमंडल से बाहर करने को कहा है। इसकी वजह इन मंत्रियों की लचर कार्यशैली को बताया जा रहा है। साथ ही भाजपा चाहती है कि मंत्रीमंडल में उनके नेताओं की संख्या बढ़े ताकि फैसले लेने की प्रक्रिया में भाजपा का प्रभाव बढ़ सके। उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 40 विधायक हैं और भाजपा के विधायकों की संख्या 100 से ज्यादा है। वहीं शिवसेना को डर है कि मंत्री पद से हटाए गए नेता उद्धव ठाकरे की शिवसेना में जा सकते हैं। वहीं अठावले द्वारा एक मंत्री पद की मांग ने भाजपा और शिवसेना गठबंधन की मुश्किल और बढ़ा दी है।
Bureau Report
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