पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दोहराया है कि सहयोगी दलों के परामर्श से 12 अगस्त से पहले नेशनल असेंबली भंग कर दी जाएगी. जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि नेशनल असेंबली का कार्यकाल 12 अगस्त को खत्म हो जाएगा और उससे पहले असेंबली भंग कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अगले चुनाव की तारीख की घोषणा करेगा.
इसी इंटरव्यू के दौरान शरीफ ने पूर्व पीएम इमरान खान पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि खान नौ मई को सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के मास्टरमाइंड थे.
‘सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकना था मकसद’
शरीफ ने कहा कि पुरुष, महिलाएं, कुछ सैन्यकर्मी और उनके परिवार नौ मई की घटना में शामिल हैं जिसे शक्तिशाली सेना ने ‘काला दिवस’ घोषित किया है. उन्होंने कहा, ‘नौ मई की घटना में संलिप्त लोग सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेंकना चाहते थे.’
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हुए थे हिंसक प्रदर्शन
बता दें पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) अध्यक्ष खान की भ्रष्टाचार के मामले में पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद नौ मई को पूरे देश में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए थे. बाद में खान को रिहा कर दिया गया था.
इन प्रदर्शनों के दौरान सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी इमारतों को निशाना बनाया गया था और रावलपिंडी स्थित सेना के मुख्यालय को भी दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया था. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के करीब 100 वाहनों में भी आग लगा दी थी. हिंसक प्रदर्शनों के बाद करीब 10 हजार पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. खान के मुताबिक हिंसा में पीटीआई के करीब 16 कार्यकर्ता मारे गए जबकि पुलिस ने मृतकों की संख्या 10 बताई है.
पीटीआई इस आरोप से इनकार करती रही है कि उसके सदस्य हमलों में शामिल थे, हालांकि, सरकार और सेना उनके दावों को खारिज करती है और कहती है कि उनके पास उनकी संलिप्तता के ‘अकाट्य सबूत’ हैं. बता दें खान सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले को लेकर कई मुकदमों का सामना कर रहे हैं.
Bureau Report
Leave a Reply