मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर से एक और शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। यहां एक निजी स्कूल का चपरासी 7 साल की बच्ची के साथ एक साल से दुष्कर्म कर रहा था। आरोपी चपरासी ने पीड़िता को किसी को कुछ भी बताने पर धमकाया था। उसने बच्ची को धमकी दी थी कि अगर, इस बारे में किसी को कुछ बताया तो वह उसकी मां की हत्या कर देगा। बच्ची डर के मारे आरोपी की दरिंदगी सहती रही। लेकिन, 2 दिन पहले ये शर्मनाक सच सामने आ गया। पुलिस भी इस मामले को दबाने की कोशिश करती रही। मीडिया को इसकी कुछ भी जानकारी नहीं दी गई।
दरअसल, 2 दिन पहले बच्ची की मां उसके कपड़े धो रही थी। इस दौरान मां को बेटी के कपड़ों पर खून के धब्बों के साथ कुछ दाग दिखाई दिए। मां ने इसे लेकर बच्ची से सवाल किए तो वह रोने लगी। मां ने उसे चुप कराया और फिर गोद में लेकर प्यार से पूछछात की तो बच्ची ने रोते हुए कहा कि स्कूल के चपरासी अंकल ने उसके साथ गंदा काम किया है। दर्द के कारण वह रोती रही, लेकिन अंकल फिर भी नहीं माने।
डरी सहमी बच्ची की काउंसलिंग की जा रही
परिजनों ने बच्ची को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। घटना के बाद से वह डरी-सहमी रह रही है। उसकी काउंसलिंग की जा रही है। जांच में सामने आया कि आरोपी चपरासी ने आखिरी बार 12 जुलाई को बच्ची के साथ गलत हरकत की थी। 14 जुलाई को बच्ची की मां को इस बारे में पता चला, जिसके बाद 15 जुलाई को केस दर्ज कराया गया।
दरिदंगी करने वाला स्कूल चपरासी गिरफ्तार
बनाड़ थाना पुलिस ने बताया कि 16 जुलाई की देर रात चपरासी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना को लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। पीड़िता की मां ने चपरासी के खिलाफ दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराकर बयान दर्ज कर लिया है। बनाड़ थाना अधिकारी ने कहा कि बच्ची 7 साल की है और दूसरी कक्षा में पढ़ती है। उसके साथ ये सब होता रहा, लेकिन परिवार को जरा भी शक नहीं हुआ। माता-पिता को बच्चों से स्कूल आने के बाद बातचीत करनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं का समय रहते खुलासा हो सके।
मां बोली-दरिंदे को मिले फांसी की सजा
मासूम बच्ची की मां ने बताया कि वह 12 जुलाई को बेटी के कपड़े धो रही थी, तब कपड़ों पर खून के धब्बे और कुछ निशान नजर आए। शक होने पर बच्ची से पूछा तो वह घबरा गई। तसल्ली से पूछने पर उसने बताया कि स्कूल में चपरासी ने उसके साथ गंदा काम किया था। यह सुनकर मां घबरा गई। वह बच्ची को लेकर स्कूल गई। लेकिन, तब तक चपरासी किसी काम से बाहर चला गया था। इसके बाद मां ने स्कूल के प्रिंसिपल को घटना की जानकारी दी, फिर महिला थाने गई और चपरासी के खिलाफ केस दर्ज कराया। मां का कहना है कि मासूम बेटी के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
कांग्रेस की वजह से ये दिन देखने पड़ रहे-गजेंद्र सिंह शेखावात
इस मामले को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक बार फिर जमकर घेरा है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में बच्चियां महफूज नहीं हैं। “मासूम बालिकाओं से अनाचार समाज में बढ़ रही बुराई को दर्शा रहा है। राजस्थान की उदात्त सामाजिक व्यवस्था को ये दिन कांग्रेस की वजह से देखने पड़ रहे हैं। गहलोत सरकार ने कभी बहन-बेटियों को बराबरी से नहीं देखा, उल्टे पीड़िताओं का सदन में मजाक उड़ाया। दुष्कर्मियों को इससे शह मिली। नतीजतन आज रेप के मामलों में राजस्थान शीर्ष पर है। मुख्यमंत्रीजी के गृह जिले की घटना पर भी राजनीति कर कांग्रेस ने अपनी प्राथमिकताओं का एक बार फिर से शर्मनाक प्रदर्शन किया है।”
Bureau Report
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