विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भूटान और असम को जोड़ने वाले रेल लिंक पर चर्चा चल रही है। वहीं, उन्होंने म्यामांर के साथ जुड़ी सीमा को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं को मजूबत किया जा रहा है।
असम के लिए यह अच्छा कदम
उन्होंने कहा कि हम भूटान और असम के बीच रेल मार्ग बनाने पर बातचीत कर रहे हैं। भूटान पर्यटकों के लिए और अधिक प्वाइंट खोलने के लिए बहुत उत्सुक है और यह असम के लिए बहुत अच्छा है। उन्होंने आगे कहा कि जहां तक भूटान-चीन वार्ता का सवाल है, वे बातचीत कर रहे हैं और 24 दौर पूरे हो चुके हैं। अभी वे लोग और बातचीत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम उनकी वार्ता पर नजर रखे हुए हैं कि इसका हमारे ऊपर क्या प्रभाव पड़ सकता है।
तटीय शिपिंग समझौता जरूरी
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि म्यांमार के साथ सीमा की स्थिति चुनौतीपूर्ण है। सिटवे बंदरगाह चालू है और हमें उम्मीद है कि इस साल तटीय शिपिंग समझौता संपन्न हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था की स्थिति के कारण म्यांमार त्रिपक्षीय राजमार्ग एक बड़ी चुनौती है। हम चुनौतियों से निपटने के लिए म्यांमार के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
जल्द होगी बैठक
इस दौरान उन्होंने चीन के साथ बिगड़े रिश्तों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा वार्ता नहीं रुकी है। इस पर जल्द बैठक होगी। हमने पिछले तीन वर्षों में सीमा पर बने तनाव के मामले में काफी सुधार किया है।
Bureau Report
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