दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के छह डिब्बे बुधवार रात को बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर स्टेशन के पास उतर गए, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए. रेलवे ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे, जिसकी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ गई है. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने का संभावित कारण पटरियों में खराबी को माना जा रहा है. फिलहाल यह शुरुआती रिपोर्ट है. विस्तृत कारण उच्च स्तरीय जांच के बाद ही सामने आएगा.
बुधवार को पलटी थी ट्रेन
एक अधिकारी ने बताया, दिल्ली से असम जा रही ट्रेन के 23 डिब्बे बुधवार रात नौ बजकर 53 मिनट पर पटरी से उतर गए. पूर्व मध्य रेलवे के चीफ पीआरओ बीरेन्द्र कुमार ने कहा, ‘घटना के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं. मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
बिहार सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए चार – चार लाख रुपये की राशि देने का ऐलान किया है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मरने वाले चार लोगों में से एक बिहार का था जबकि बाकी दूसरे राज्यों के थे.
उन्होंने कहा, हमारे अधिकारी स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और वे सभी संबंधित एजेंसियों के संपर्क में हैं. पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया, प्राथमिकता पटरियों को खाली कराने की है. वह रास्ता बहाली के लिए किए जा रहे कामों की निगरानी के लिए रघुनाथपुर में हैं.
पटरी को खाली कराना प्राथमिकता
उन्होंने बताया, जांच के बाद ही डिब्बों के पटरी से उतरने के कारणों के बारे में पता चल पाएगा. फिलहाल हमारी प्राथमिकता पटरी को खाली कराना है. जब तक सामान्य यातायात बहाल नहीं हो जाता, ट्रेनों के रास्ते बदले जाएंगे.
अधिकारियों ने बताया कि असम में गुवाहाटी के पास कामाख्या जाने वाली ट्रेन के उन सभी यात्रियों को गुरुवार तड़के एक राहत ट्रेन से रवाना किया गया, जो आगे की यात्रा करने की स्थिति में थे. पटरियों को साफ करने के लिए क्रेन और धातु काटने वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस हादसे में ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए हैं, और कुछ पलट भी गए हैं.
Bureau Report
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