मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी लामबंद हो गए हैं। भाजपा को टक्कर देने के लिए विपक्षियों ने एक गठबंधन बनाया, जिसे ‘इंडिया’ नाम दिया गया। इस गठबंधन में मौजूद समय में 27 विपक्षी दल शामिल है। लगातार विपक्षी दल ‘इंडिया’ गठबंधन बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। वहीं उद्धव गुट की शिवसेना पार्टी के मुख मत्र ‘सामना’ में इस गठबंधन की चुनौतियों और विपक्षी दलों सलाह दी गई है।
रथ में 27 घोड़े लेकिन सारथी नहीं- सामना
सामना में लिखे लेख में सलाह दी गई है कि विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने की जरूरत है। सभी सहयोगियों को एक साथ लेकर चलना चाहिए। साथ ही कहा कि इस रथ में कई घोड़े हैं, लेकिन बस कमी है तो सिर्फ सारथी की। 2024 के आम चुनाव में गठबंधन को मजबूत करने के लिए सारथी का होना जरूरी है। ‘इंडिया’ गठबंधन के रथ में 27 घोड़े हैं,लेकिन इसमें ‘सारथी’ नहीं है। ‘सारथी’ के न होने से रथ जमीन में फंस गया है। साथ ही कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन को एक संयोजक की जरूरत है। सामना में कहा गया कि जो लोग कहते हैं कि संयोजक की कोई आवश्यकता नहीं है, वे ‘इंडिया’ गठबंधन को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
सामना में कांग्रेस पर तंज, कहा- 138 साल होने के जश्न में डूबी हुई
साथ ही सहयोगी दल कांग्रेस पर ‘सामना’ में तंज कसा गया है। जिसमें कहा गया कि कांग्रेस 138 साल पूरे होने का जश्न मना रही है। इसके बजाए कांग्रेस को आने वाले आम चुनाव में कम से कम 150 सीटें जीतने का संकल्प करना चाहिए। बता दें उद्धव ठाकरे की नेतृत्व वाली शिवसेना भी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है। चर्चा है कि विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद 2024 के आम चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए गठबंधन के दलों के बीच संयुक्त अभियान, सीट बंटवारे, रणनीति पर विचार विमर्श करने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में एक बैठक होगी।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि इंडिया गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला 2024 के आम चुनाव के बाद किया जाएगा। मंगलवार को ‘सामना’ में कहा गया कि कांग्रेस को 2024 के आम चुनावों में कम से कम 150 सीटें जीतने का संकल्प लेना चाहिए और यह तभी संभव है जब ‘इंडिया’गठबंधन मजबूत रहेगा।
Bureau Report
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