दुनिया की टॉप लग्जरी ट्रेनों में शुमार पैलेस ऑन व्हील्स अब यात्रियों को धार्मिक यात्राएं भी करवाएगी। यह ट्रेन राजधानी दिल्ली से चलकर शिव नगर बनारस जाएगी और उसके बाद राम नगरी अयोध्या जाएगी। विशेष ट्रेन मथुरा सहित अन्य धार्मिक स्थलों का भ्रमण करते हुए छह दिन में वापसी करेगी। इसमें केवल भारतीय यात्री ही सफर कर सकेंगे। उम्मीद है कि यह ट्रेन मई तक ट्रैक पर आ जाएगी। खास बात ये है कि ट्रेन जिन धार्मिक रूट्स से गुजरेगी, वहां राम और कृष्ण धुन सुनाई देगी।
जानकारी के अनुसार, यह ट्रेन पहली बार धार्मिक स्थलों की यात्रा पर निकल रही है। इसलिए सफर में खाने के मेन्यू में बदलाव किया है। नए बदलाव के तहत यात्रियों को न तो शराब परोसी जाएगी और न ही उन्हें लंच या डिनर में लहसुन-प्याज की सब्जी मिलेगी। सामान्य यात्रा के दौरान ट्रेन में नॉनवेज और शराब सर्व जाती है, क्योंकि इसमें कई विदेशी और देसी पर्यटक भी रहते हैं। ट्रेन के खाने में यह बदलाव 42 साल बाद होने जा रहा है। दरअसल, अब तक इस ट्रेन का संचालन आरटीडीसी करता था। पैलेस ऑन व्हील्स के डायरेक्टर प्रदीप बोहरा के मुताबिक, सात साल के लिए इस ट्रेन को निजी हाथ में दिया गया है। गुजरात की क्यूब कंस्ट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड इसका संचालन कर रही है। इसका संचालन मई में शुरू होगा। छह दिन की इस धार्मिक यात्रा शुरुआत दिल्ली से होगी। पैलेस ऑन व्हील्स दिल्ली से अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा जाएगी।
आरटीडीसी इस ट्रेन का संचालन 8 माह तक करती थी। लेकिन अब गुजरात की कंपनी इसे साल भर चलाने की तैयारी कर रही है। इसका रूट का प्लान भी बनाया जा रहा है। इसमें दो माह धार्मिक यात्रा होगी। धार्मिक यात्रा में लोकल टूरिस्ट ही होंगे। इसलिए उन्हें सफर के दौरान विशेष छूट दी जाएगी। वर्तमान में इस ट्रेन के नए लुक पर 7 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस लग्जरी ट्रेन में एक रात का सफर 70 हजार से 95 हजार रुपये तक होता है। इस ट्रेन में सफर के लिए सेमी डीलक्स का एक दिन का किराया 70 हजार रुपये होता है। जबकि डीलक्स कोच में सफर करने के लिए यात्रियों को प्रतिदिन 95 हजार रुपये का भुगतान करना होता है। जबकि सुपर डीलक्स का किराया करीब दो लाख रुपये प्रतिदिन है। इस कोच में सफर करने पर किराये के रूप में करीब 13 लाख रुपये का भुगतान
करना होगा।
कुल 46 पैसेंजर इस ट्रेन में सफर कर सकते हैं। यह भारत की पहली लग्जरी ट्रेन है, जिसे 26 जनवरी 1982 को शुरू किया गया था। अब इस ट्रेन की चौथी पीढ़ी ट्रैक पर है, यानी चार बार इसका नवीनीकरण हो चुका है। यह ट्रेन फुल एसी और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस है। इस ट्रेन में एसी कोच को सैलून नाम दिया गया है। इसमें बैडरूम, लाउंज, पेंट्री, किचन, डाइनिंग कार, वॉल टू वॉल कार्पेटिंग और व्यक्तिगत सेवाओं से लेकर स्टॉक बार जैसी तमाम विश्व स्तरीय सुविधाएं मौजूद हैं।
Bureau Report
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