केंद्र ने हैदराबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार माधवी लता को सीआरपीएफ की ‘वाई+’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें केवल तेलंगाना के लिए सुरक्षा कवर प्रदान किया गया है।
दरअसल, सनातन के खिलाफ आक्रामक रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी के परिवार का 40 साल पुराना सियासी किला भेदने के लिए भाजपा ने फायर ब्रांड माधवी लता को हैदराबाद से चुनावी मैदान में उतारा है। पहली बार चुनाव मैदान में उतरीं माधवी ने कहा था कि भाजपा ने सनातन की रक्षा का जो जिम्मा सौंपा है, उसे बिना किसी मुश्किल के पूरा करेंगी। हालांकि, वह राजनीति में नई हैं और यह उनका पहला चुनाव है, लेकिन वह हैदराबाद में ओवैसी को कड़ी चुनौती देने वाली हैं।
माधवी लता ने टिकट मिलने के बाद यहां तक दावा किया था कि ओवैसी को उनके ही गढ़ में डेढ़ लाख वोट से हराकर संसद से बाहर करेंगी और लोकतंत्र के मंदिर में हैदराबाद का प्रतिनिधित्व करने जाएंगी। अब तक जिस धोखे से ओवैसी जीतते आए हैं, इस बार उनका वह बोगस वोटबैंक काम नहीं आएगा। अगर हिंदू भाई-बहन एक हो गए तो असद भाई के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी।
कौन हैं माधवी लता?
माधवी भरतनाट्यम करती हैं। पर जब बात धर्म और आस्था की आती है, तो विरोध करने वालों के लिए लेडी सिंघम से कम नहीं हैं। तेज तर्रार तर्कों और बुलंद अंदाज से वह दिग्गजों को खामोश करने का दम रखती हैं। माधवी तेलुगु व तमिल फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं।
मुस्लिम बेटियों की पढ़ाई के लिए करती हैं काम
माधवी लता पुराने हैदराबाद में गरीब मुस्लिम परिवारों को शिक्षा और मदद देने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं। साथ ही मुस्लिम परिवारों में बेटियों को बार-बार बेचने की प्रथा के खिलाफ भी आवाज बुलंद करती हैं। माधवी एक घटना का जिक्र करती हैं, जिसमें एक लड़की की 18वीं शादी होती है। उसके घर वाले अरब के 70 साल के बुजुर्ग से उसकी शादी करा रहे थे। माधवी पूछती हैं कि क्या कोई अपनी बेटी के लिए ऐसा कर सकता है? इसमें धर्म कहां से आता है?
पीएम मोदी बोले- माधवी असाधारण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी माधवी लता की खूब सराहा था। पीएम ने रविवार को सोशल मीडिया पर टीवी शो का जिक्र करते हुए कहा कि माधवी लता असाधारण हैं। उन्होंने बहुत ठोस मुद्दे उठाए हैं। पूरे तर्क व जुनून के साथ उन्होंने अपनी बात रखी। इस पर माधवी का कहना है कि पीएम मोदी ने मुझे जाने बिना टिकट दे दिया। उन्हें भरोसा है कि मैं ओवैसी को टक्कर दे सकती हूं। इससे अधिक पारदर्शी राजनीति क्या हो सकती है?
Bureau Report
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