अमेरिका में इस साल के अंत में आम चुनाव होने वाले हैं। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच सीधा मुकाबला है। गुप्त धन मामले में अदालत ने ट्रंप को दोषी करार दिया है। ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण है कि अगर ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव से पहले कारावास की सजा होती है तो क्या वे राष्ट्रपति बन सकते हैं। आइये समझते हैं
दोष सिद्ध और सजा के बावजूद ट्रंप राष्ट्रपति बन सकते हैं। कारावास की सजा भी उन्हें व्हाइट हाउस पहुंचने से नहीं रोक सकती है। अमेरिकी संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति बनने के लिए अमेरिकी नागरिक होना महत्वपूर्ण है, जो 14 वर्षों से अमेरिका में ही रह रहा हो। उम्मीदवार की उम्र 35 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। मान लीजिए, अगर ट्रंप जो बाइडन को चुनाव में हरा देते हैं तो उन्हें जेल से ही राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई जा सकती है।
इसस पहले, साल 1920 में यूजीन डेब्स भी जेल से ही राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे। हालांकि, उन्हें चुनाव में शिकस्त मिली। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डेब्स ट्रंप जितने गंभीर और लोकप्रिय उम्मीदवार नहीं थे।
क्या ट्रंप को हो सकती है कारावास की सजा
न्यायाधीश ने ट्रंप को फिलहाल दोषी माना है। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि न्यायाधीश उन्हें क्या सजा सुनाएंगे। ट्रंप पहली बार किसी अहिंसक अपराध के लिए दोषी पाए गए हैं। ऐसा बहुत कम होता है कि गैर-आपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति को सिर्फ व्यावसायिक रिकोर्डों में हेराफेरी के लिए जेल की सजा सुनाई जाए। ऐसे लोगों के लिए जुर्माना आम है। व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के आरोप में उन्हें अधिकतम सजा 1-1/3 से चार साल की जेल हो सकती है। अगर उन्हें जुर्माने से अधिक की सजा दी जाती है तो ट्रंप को जेल के बजाए घर में ही नजरंबद रखा जा सकता है। ट्रंप अगर अपील करते हैं तो उन्हें जमानत पर रिहा भी किया जा सकता है।
क्या चुनाव अभियान पर पड़ेगा असर
एक सर्वे के मुताबिक इससे ट्रंप को इससे खतरा हो सकता है। अप्रैल में एक सर्वे के अनुसार, चार में से एक रिपब्लिकन ने कहा कि अगर ट्रंप को दोषी पाया जाता है तो वह उन्हें वोट नहीं देंगे। वहीं, 60% निर्दलीय उम्मीदवारों ने कहा कि अगर ट्रंप दोषी ठहराए जाते हैं तो वे उन्हें बिल्कुल वोट नहीं देंगे। रिपब्लिकन सलाहकार ट्रिसिया मैकलॉघलिन का कहना है कि दोषी करार किया जाना ट्रंप पर मनोवैज्ञानिक असर डाल सकता है क्योंकि क्योंकि ट्रंप को हार से नफरत है।
यह है मामला
बता दें कि 77 साल के ट्रंप पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, जिन्हें अपराधी घोषित किया गया है। हालांकि, ट्रंप ने अपने खिलाफ चलाए जा रहे इस मुकदमे को अपमानजनक और धांधलीपूर्ण बताया। उन पर साल 2016 में व्हाइट हाउस में आने से पहले पूर्व पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स के साथ अपने यौन संबंधों को छिपाने के लिए व्यापारिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप है। इस मामले में 34 आरोप, 11 चालान, 12 वाउचर और 11 चेक पेश किए गए।
ट्रंप ने न्यायाधीश को बताया भ्रष्ट
मैनहट्टन कोर्ट रूम के बाहर हाल ही में ट्रंप ने पत्रकारों को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने न्यायाधीश पर पक्षपात और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि न्यायाधीश बहुत विवादित और भ्रष्ट हैं। मदर टेरेसा भी इन आरोपों से बच नहीं सकीं। ये आरोप धांधली वाले हैं। पूरी बात धांधली वाली है। उन्होंने आगे कहा कि मुकदमे में धांधली हुई है। हम इस बार का राष्ट्रपति चुनाव जीतने जा रहे है। पांच नवंबर अमेरिका के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन होगा। हम देश को फासीवादों और ठगों से वापस लेने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने महंगाई और अपने काम से देश को बर्बाद कर दिया है।
Bureau Report
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