7वें चरण की हॉट सीटें: पीएम मोदी, कंगना, अनुराग ठाकुर से लेकर चन्नी तक मैदान में, जानें कहां कैसा समीकरण?

7वें चरण की हॉट सीटें: पीएम मोदी, कंगना, अनुराग ठाकुर से लेकर चन्नी तक मैदान में, जानें कहां कैसा समीकरण?

लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान जारी है। इस चरण में आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 57 सीटों पर मतदान कराया जाएगा। इन सीटों पर कुल 904 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अभिनेत्री कंगना रनौत, टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और भोजपुरी कलाकार पवन सिंह की भी सीटें शामिल हैं। 

आइये जानते हैं सातवें चरण की हॉट सीटों के बारे में..

नरेंद्र मोदी: उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट इस चुनाव की सबसे चर्चित सीट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार यहां से भाजपा के उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने अतहर जमाल लारी को अपना चेहरा बनाया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उतरे थे। उनके सामने कांग्रेस ने अजय राय और सपा ने शालिनी यादव को उतारा था। नतीजे भाजपा के पक्ष में रहे और यहां प्रधानमंत्री ने सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। इस चुनाव में नरेंद्र मोदी को 6,74,664 वोट, सपा उम्मीदवार शालिनी को 1,95,159 और कांग्रेस के अजय राय को 1,52,548 वोट मिले थे। पिछले चुनाव में वाराणसी में कुल 57.13% लोगों ने मतदान किया था। 

अनुराग ठाकुर: हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट भी खास है। यहां से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पांचवीं बार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वह मोदी सरकार में अभी खेल, युवा मामलों के मंत्री और सूचना और प्रसारण मंत्री हैं। अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल के बेटे हैं। इस चुनाव में उनके सामने कांग्रेस ने पूर्व विधायक सतपाल रायजादा को मैदान में उतारा है। वहीं, बसपा ने हेमराज को प्रत्याशी बनाया है। 2019 में हमीरपुर सीट पर भाजपा के अनुराग ठाकुर को सफलता मिली थी। बीते चुनाव में यहां 72.83% लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।

कंगना रनौत: इस चुनाव में उतरे उम्मीदवारों में कुछ ऐसे हैं जिनकी चर्चा सबसे ज्यादा है। ऐसी ही एक उम्मीदवार हैं कंगना रनौत। फिल्म अभिनेत्री कंगना को भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। विक्रमादित्य सिंह यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। विधायक विक्रमादित्य सिंह मंडी से मौजूदा कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह के बेटे हैं। विक्रमादित्य सिंह का परिवार मंडी लोकसभा सीट का छह बार प्रतिनिधित्व कर चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के राम स्वरुप शर्मा जीते थे। 2019 में मंडी में 73.6% लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया था। 2021 में मंडी सांसद रामस्वरूप शर्मा का निधन हो गया। इसके बाद मंडी सीट पर उप-चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह सांसद चुनी गईं। 

आनंद शर्मा: हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा सीट भी चुनावों में चर्चा में है। कांग्रेस ने यहां पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। आनंद शर्मा केंद्र सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में मंत्री रह चुके हैं। उधर भाजपा ने सांसद किशन कपूर का टिकट काटकर नए चेहरे के तौर पर केसीसी बैंक के चेयरमैन रह चुके आयुर्वेदिक डॉक्टर राजीव भारद्वाज को प्रत्याशी बनाया है। छात्र राजनीति से निकले डॉ. भारद्वाज अब तक चुनाव लड़वाने वाले नेता के तौर पर जाने जाते रहे हैं। 2019 में कांगड़ा से भाजपा के किशन कपूर ने सफलता हासिल की थी। बीते चुनाव में यहां 70.73% लोगों ने मतदान में भाग लिया था। 

रवि किशन: सातवें चरण में उत्तर प्रदेश की चर्चित सीटों में शुमार गोरखपुर में भी वोटिंग होगी। यहां से भोजपुरी अभिनेता रवि किशन भाजपा के टिकट पर फिर चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट से वह मौजूदा सांसद भी हैं। गोरखपुर वही सीट है जहां से उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांसद हुआ करते थे। यहां की राजनीति में गोरक्षपीठ का काफी असर रहता है। इस अहम सीट पर लड़ाई दो फिल्मी चेहरों के बीच है। रवि किशन के सामने सपा की काजल निषाद चुनाव लड़ रही हैं जो खुद भी भोजपुरी कलाकार हैं। इसके अलावा, बसपा ने जावेद सिमनानी को मैदान में उतारा है।  गत चुनाव में गोरखपुर में 59.81% लोगों ने मतदान में भाग लिया था। 

उपेंद्र कुशवाहा vs पवन सिंह: बिहार की काराकाट सीट इस चुनाव में खूब चर्चा में है। रालोमो अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा यहां से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी हैं। महागठबंधन की ओर से कॉम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) ने राजा राम सिंह उतरे हैं। इसके अलावा निर्दलीय उतर कर भोजपुरी कलाकार पवन सिंह ने काराकाट की लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है। 2019 में यहां जदयू के महाबली सिंह को जीत मिली थी। बीते चुनाव में काराकाट सीट पर 49.09% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

रवि शंकर प्रसाद: बिहार की पटना साहिब लोकसभा सीट काफी चर्चा हैं। इस बार यहां से वर्तमान सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजित को टिकट दिया है। बीते चुनाव में पटना साहिब पर 45.8% मतदान दर्ज किया गया था। 

मीसा भारती: दिल्ली की सत्ता में अहम भूमिका निभाने वाले बिहार की कई सीटों पर दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है। इनमें से एक है बिहार की पाटलीपुत्र लोकसभा सीट। इस सीट पर लालू यादव की बेटी मीसा भारती किस्मत आजमा रही हैं। मीसा के सामने भाजपा के नेता राम कृपाल यादव हैं। 2019 के चुनाव में इस सीट से भाजपा के राम कृपाल यादव को जीत मिली थी। गत चुनाव में पाटलीपुत्र में 56.03% लोगों ने मतदान किया था। 

चरणजीत सिंह चन्नी: पंजाब की जालंधर सीट भी इस चुनाव में खास बनी हुई है। यहां कांग्रेस ने राज्य के मुख्यमंत्री रहे चरणजीत सिंह चन्नी को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने आप से आए सांसद सुशील कुमार रिंकू को टिकट दिया है। चुनाव से पहले सांसद सुशील कुमार रिंकू आप छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। रिंकू आम आदमी पार्टी से एकमात्र सांसद थे। जालंधर सीट पर आप से पवन कुमार टीनू और शिअद से मोहिंदर सिंह केपी उम्मीदवार हैं। 2019 में जालंधर में कांग्रेस से संतोख सिंह चौधरी (कांग्रेस) जीतकर संसद पहुंचे थे। गत चुनाव में यहां 63.04% लोगों ने वोटिंग की थी। पिछले साल संतोख सिंह का निधन हो गया था जिसके बाद हुए उपचुनाव में यह सीट आप के रिंकू ने जीती थी। 

अफजाल अंसारी: उत्तर प्रदेश की गाजीपुर सीट भी हर चुनाव में चर्चा में रहती है। अबकी बार यहां से सपा ने मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को उम्मीदवार बनाया है। अफजाल 2019 में यहां से बसपा के टिकट पर जीते थे। भाजपा ने यहां मनोज सिन्हा के करीबी पारस नाथ राय को मैदान में उतारा है। वहीं, उमेश कुमार सिंह बसपा के उम्मीदवार हैं। 2019 में गाजीपुर में 58.88% लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

अभिषेक बनर्जी: पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर लोकसभा सीट भी चर्चित सीटों में शामिल है। टीएमसी ने यहां पार्टी के महासचिव और मौजूदा सांसद अभिषेक बनर्जी को उम्मीदवार बनाया है। दूसरी ओर भाजपा ने अभिजीत दास (बॉबी) को टिकट दिया है। दास भाजपा की दक्षिण 24 परगना जिला इकाई के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा माकपा के युवा नेता प्रतिकुर रहमान को मैदान में उतारा है। पिछले चुनाव में इस सीट से टीएमसी के अभिषेक बनर्जी को जीत मिली थी। 2019 के चुनाव में डायमंड हार्बर में 81.98% लोगों ने मतदान किया था।

हरसिमरत कौर बादल: पंजाब के बठिंडा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर एक बार फिर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं भाजपा ने पूर्व आईएएस अधिकारी परमपाल कौर सिद्धू को चेहरा बनाया है। हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं परमपाल वालंटियर रिटायरमेंट की प्रक्रिया को अपना कर चुनावी किस्मत आजमा रही हैं।  आप से मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां, कांग्रेस से जीत महिंदर सिद्धू मैदान में हैं। पिछले चुनाव में इस सीट से शिअद की हरसिमरत कौर सांसद जीतकर संसद पहुंची थीं। बीते चुनाव में बठिंडा में 74.16% लोगों ने वोटिंग की थी। 

राजा वड़िंग vs रवनीत सिंह बिट्टू: पंजाब की लुधियाना सीट इस चुनाव में चर्चा में है। यहां से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते रवनीत सिंह बिट्टू भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। लुधियाना सांसद हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इस सीट पर भाजपा ने बिट्टू को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं बिट्टू के सामने कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को चेहरा बनाया है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने अशोक पराशर पप्पी जबकि शिअद ने रंजीत सिंह ढिल्लों पर दांव खेला है। पिछली बार लुधियाना सीट से कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्टू जीते थे। 2019 में यहां 62.2% लोगों ने मतदान में भाग लिया था। 

परणीत कौर: पंजाब की पटियाला सीट इस चुनाव में खास सीटों में गिनी जा रही है। पटियाला सीट पर भाजपा ने पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की पत्नी परणीत कौर को उम्मीदार बनाया है। परणीत को कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था जिसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गईं। कांग्रेस से धर्मवीर गांधी, आप से डॉ. बलबीर सिंह और शिअद से एनके शर्मा पटियाला सीट पर अन्य प्रमुख उम्मीदवार हैं। पिछली बार पटियाला सीट से कांग्रेस से परणीत कौर को सफलता मिली थी। 2019 में यहां 67.77% लोगों ने मतदान में भाग लिया था। 

Bureau Report

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