वायनाड भूस्खलन में मृतकों का आंकड़ा 300 पार, शवों को दफनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी

वायनाड भूस्खलन में मृतकों का आंकड़ा 300 पार, शवों को दफनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी

केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन के बाद राहत और बचाव कार्यों का आज पांचवां दिन है। अब तक मृतकों का आंकड़ा 308 हो चुका है। अभी भी शवों की तलाश जारी है। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल विकास राणा ने बताया कि आज भी कल की ही तरह विभिन्न जोन्स के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी। टीमों के साथ वैज्ञानिक और स्निफर डॉग्स भी मौजूद रहेंगे। सेना के अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोग भी राहत और बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं। 

एडीजीपी बोले- हेलीकॉप्टर और ड्रोन्स से किया जा रहा सर्वेक्षण

केरल के ADGP(कानून व्यवस्था) एम. आर. अजीत कुमार ने वायनाड भूस्खलन पर बताया, ‘राहत और बचाव अभियान जारी है, हम सर्च ऑपरेशन में लगे हुए हैं, पूरे इलाके को 6 जोन में बांटा गया है, 5 भूमि क्षेत्र और 1 नदी क्षेत्र है। पिछले दो दिनों से हम नदी क्षेत्र पर केंद्रित हैं। पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ वन, अग्निशमन और तट रक्षक अपना काम कर रहे हैं। हमारे पुलिस हेलीकॉप्टर और ड्रोन का इस्तेमाल सर्वेक्षण करने के लिए किया जा रहा है। आज हमें उस सर्च में एक शव मिला है। अभी तक जिला प्रशासन के अनुसार, उन्हें करीब 400 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है, हमारे पास ज्यादा डेटा नहीं है।’

केरल सरकार ने शवों और अवशेषों को दफनाने के लिए जारी किए दिशा-निर्देश

केरल के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक शव या शरीर के अंग को एक पहचान संख्या दी जाएगी। निर्देशों में कहा गया है कि अवशेषों के सभी नमूने, तस्वीरों या वीडियो और शरीर से जुड़ी भौतिक वस्तुओं का भी रिकॉर्ड में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया जाएगा।

84 लोगों का अस्पताल में चल रहा इलाज

भूस्खलन में घायल हुए 84 लोगों का वायनाड, कोझिकोड और मलाप्पुरम के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। 187 लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। 

सेना के रडार और ऑपरेटर्स आज वायनाड पहुंचेंगे

केरल सरकार की अपील पर सेना की नॉर्दर्न कमांड से एक जावेर रडार और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू ऑर्गेनाइजेशन से चार रेकी रडार और इनके ऑपरेटर्स आज दिल्ली से वायनाड के लिए रवाना होंगे। इनका इस्तेमाल राहत और बचाव कार्यों में किया जाएगा।

वायुसेना द्वारा हवाई सर्वे किया जा रहा है

सेना पुंचिरिमत्तम इलाके में एक अस्थायी पुल का निर्माण कर रही है ताकि उससे मशीनों को गुजारकर भूस्खलन प्रभावित इलाकों में ले जाया जा सके और वहां तलाशी अभियान चलाया जा सके। वायुसेना द्वारा प्रभावित इलाकों हवाई सर्वे किया जा रहा है। 

लापता लोगों की तलाश के लिए स्निफर डॉग्स की ली जा रही मदद

चूरालमाला इलाके में राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। स्निफर डॉग्स की मदद से शवों की तलाश की जा रही है। भारतीय सेना के जवान खोज और बचाव अभियान को सुविधाजनक बनाने के लिए पंचिरिमट्टम इलाके में मशीनरी को गुजारने के लिए एक अस्थायी पुल का निर्माण कर रहे हैं।

Bureau Report

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