महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक बड़ी बात कबूल की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने हालिया लोकसभा चुनाव में अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को चुनाव मैदान में उतारकर गलती की। राज्यव्यापी ‘जन सम्मान यात्रा’ पर निकले पवार ने मराठी समाचार चैनल से कहा, ‘किसी को भी राजनीति को घर में नहीं आने देना चाहिए।’
वित्तीय सहायता प्रदान करना उद्देश्य
राज्य विधानसभा चुनावों से पहले अपने जनसंपर्क कार्यक्रम के तहत उपमुख्यमंत्री पवार सरकार की ‘मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना’ का प्रचार कर रहे हैं। इसका उद्देश्य महिलाओं को प्रति माह 1,500 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
यह है सियासी विवाद
गौरतलब है, इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनावों में सुनेत्रा पवार ने एनसीपीएसपी सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ बारामती सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। सुनेत्रा पवार बाद में राज्यसभा के लिए चुनी गईं। पिछले साल जुलाई में, अजित पवार और कई अन्य विधायक शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे। इससे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन हो गया। चुनाव आयोग ने बाद में अजित के नेतृत्व वाले समूह को असली एनसीपी करार दिया।
मैं अपनी सभी बहनों से प्यार करता हूं: अजित
अब अजित पवार ने कहा, ‘मैं अपनी सभी बहनों से प्यार करता हूं। राजनीति को घरों में घुसने नहीं देना चाहिए। मैंने अपनी बहन के खिलाफ सुनेत्रा को उतारकर गलती की। ऐसा नहीं होना चाहिए था। लेकिन संसदीय बोर्ड (एनसीपी) ने एक निर्णय किया। अब मुझे लगता है कि यह गलत था।’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अगले हफ्ते रक्षा बंधन पर अपनी बहन से मिलेंगे, एनसीपी नेता ने कहा कि फिलहाल वह दौरे पर हैं। अगर उस दिन वह और उनकी बहनें एक ही स्थान पर होंगे तो वह उनसे जरूर मिलेंगे।
शरद पवार परिवार के मुखिया
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केवल किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए विकास और कल्याण योजनाओं पर बोलने का फैसला किया है और खुद की आलोचना का जवाब नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि शरद पवार एक वरिष्ठ नेता और उनके परिवार के मुखिया हैं और वह बाद में की गई किसी भी आलोचना का जवाब नहीं देंगे।
सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना द्वारा शरद पवार को निशाना बनाए जाने के बारे में एनसीपी नेता ने कहा कि महायुति के सहयोगी दलों को भी समझना चाहिए कि वे क्या बोलते हैं। उन्होंने कहा, ‘जब हम साथ बैठते हैं तो मैं अपनी राय देता हूं।’
Bureau Report
Leave a Reply