जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नई सरकार 16 अक्तूबर यानी आज शपथ लेगी। अनुच्छेद-370 हटने और केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहली निर्वाचित सरकार होगी। उमर अब्दुल्ला प्रदेश के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। मुख्यमंत्री सहित नौ मंत्री प्रदेश को मिलेंगे। इनमें कांग्रेस कोटे से एक मंत्री पद दिया जा सकता है।
उमर मंत्रिमंडल में अनुभवी के साथ-साथ नए चेहरों का समन्वय के साथ क्षेत्रीय संतुलन भी होगा। जम्मू और कश्मीर संभाग को बारबार का प्रतिनिधित्व मिलेगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मंत्री पद के लिए सकीना इट्टू, अब्दुल रहीम राथर, हसनैन मसूदी, सैफुल्लाह मीर, सुरिंदर चौधरी, जावेद राणा के नाम चर्चा में हैं।
इसके साथ ही अली मोहम्मद सागर या उनके बेटे सलमान सागर भी मंत्री बन सकते हैं। स्पीकर के रूप में मुबारक गुल, जावेद डार व सैफुल्लाह मीर के नामों की चर्चा है। बिजबिहाड़ा सीट से पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को हराने वाले बशीर अहमद शाह वीरी को उनकी जीत का तोहफा मंत्री पद के रूप में मिल सकता है।
कोकरनाग से जीते जफर अली खटाना को भी मंत्री पद का तोहफा मिल सकता है। महिलाओं को प्रतिनिधित्व के नाते हब्बाकदल से जीत दर्ज करने वाली शमीम फिरदौस भी संभावित मंत्रियों में शामिल हैं।
कांग्रेस में भी मंथन जारी
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने फिलहाल मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायक के बारे में जानकारी नहीं दी है। लेकिन सेंट्रल शाल्टेंग से जीते कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा और डूरू से जीते कांग्रेस के जीए मीर भी मंत्री पद की दौड़ में हैं। चुनाव के बाद नेकां को निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है, निर्दलीय को भी मंत्री पद मिल सकता है।
Bureau Report
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