कुलगाम: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में इस वक्त आतंकियों से सुरक्षाबलों की मुठभेड़ जारी है. 2-3 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने घेर रखा है और दोनों ओर से फायरिंग हो रही है. आतंकियों का बचना नामुमकिन है.
कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट जारी
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सेना का ऑपरेशन ऑल आउट जारी है. सुंदरबनी में सेना के जवानों और आंतकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 2 आतंकी मारे गए. ये सेना के जवानों की जांबाजी ही है कि 36 घंटे में 7 आतंकियों को ढेर कर दिया गया, लेकिन इस बीच हमारे 2 जवान भी शहीद हो गए. ये देश के वो वीर सपूत हैं जिन्होंने मां भारती की हिफाजत में अपनी जान की बाजी लगा दी.
आतंकियों के पास से गोला-बारूद बरामद
जानकारी के मुताबिक, राजौरी के सुंदरबनी सेक्टर में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. इस बीच दादल के जंगलों में आतंकियों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया. बौखलाए आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और हथगोले फेंके. सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो पाकिस्तानी आतंकी मारे गए. आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद और 2 एके-47 रायफल बरामद हुईं.
पुलवामा और कुलगाम में 5 आतंकी ढेर
जान लें कि जम्मू-कश्मीर में सेना ने आतंकियों के सफाए के लिए ऑपरेशन ऑल आउट लॉन्च किया है, जिससे आतंकी बौखलाए हुए हैं और आए दिन आतंकी वारदात को अंजाम दे रहे हैं. इससे पहले पुलवामा और कुलगाम में भी सुरक्षाबलों ने 5 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया.
यही नहीं पुलवामा के पूछल गांव में भी 2 आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. जिसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके का घेराव किया. सुरक्षाबलों ने आतंकियों से सरेंडर के लिए कहा. लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. फिर जवाबी कारर्वाई में दोनों आतंकी मारे गए. ये दोनों भी आतंकी संगठन लश्कर से जुड़े थे. यही नहीं मुठभेड़ में एक और आतंकी मेहराजुद्दीन भी मारा गया.
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि खबर थी कि कुलगाम जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग के पास लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकवादी हाईवे पर हमला करेंगे. आर्मी और कुलगाम पुलिस ने मिलकर घात लगाई. इसके बाद दोनों आतंकवादी मारे गए हैं. दोनों स्थानीय आतंकवादी हैं और LeT से सबंध रखते हैं. पुलवामा में भी दो टेररिस्ट जो LET के हैं, उनको मार गिराया गया, दोनों लोकल थे.
क्यों बौखला रहे हैं आतंकी?
आतंकी बौखला रहे हैं क्योंकि कश्मीर में तेजी से आतंकवाद का सफाया हो रहा है. आतंकियों के कमांडर एक-एक करके ढेर हो रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की बहाली नामुकिन है. कश्मीर घाटी में आतंकियों की फंडिंग ठप हो गई है. तमाम बड़े अलगाववादी नेता जेल में बंद हैं. जम्मू-कश्मीर तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है.
Bureau Report
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