कटिहार: क्या बिहार में अपराधियों को कोई खौफ नहीं रहा और उन्हें सुशासन वाली सरकार से कोई डर नहीं है. ये सवाल इसलिए कि बिहार के कटिहार में मेयर शिवराज पासवान को गोली मार दी गई है. इस घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. परिवार के लोग पार्थिव शरीर को लेकर थाने पहुंचे और प्रदर्शन किया.
बिहार में कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
बता दें कि पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालात को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई है. पुलिस ने 4 बाइक और 1 पिस्टल बरामद की है. जिनमें से 2 बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगर शहर का मेयर ही सुरक्षित नहीं है तो फिर आम जनता खुद को किस तरह से सेफ समझे.
क्यों की गई कटिहार के मेयर की हत्या?
मृतक मेयर शिवराज पासवान के छोटे भाई ने कहा है कि वार्ड में झगड़े की पंचायती करनी महंगी पड़ गई. उन्होंने आरोप लगाया है कि विधायक के भतीजे ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर शिवराज की हत्या कर दी.
दलित मेयर की हत्या पर कांग्रेस का बयान
कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि जेडीयू और बीजेपी में बन नहीं रही है. आपस में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. जनता से कोई लेना-देना नहीं है. जब मेयर सुरक्षित नहीं है तो जनता का क्या? मेयर को गोली मार दी जाती है. घर जाने के दौरान हत्या कर दी जा रही है. हम लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे. महिलाओं के साथ रेप और लूटमार हो रही है.
वारदात वाले दिन क्या हुआ था?
बता दें कि मेयर शिवराज पासवान को अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया. बुलेट पर सवार मेयर के सीने पर हमलावरों तीन गोलियां मारीं. अस्पताल ले जाने के दौरान मेयर ने दम तोड़ दिया.
इस मामले पर डीएम उदयन मिश्रा ने कहा कि मृतक मेयर शिवराज के मोबाइल पर कॉल आया था. ऑफिशियल बॉडीगार्ड को यह कहकर वापस कर दिया था कि आज उन्हें कहीं नहीं जाना है. मेयर बुलेट पर सवार होकर निकले. कुछ दूर संतोषी माता के मंदिर के पास उनपर हमला हुआ. मृतक मेयर के छोटे भाई ने एफआईआर दर्ज करवाई है. कार्रवाई की जा रही है.
Bureau Report
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