नईदिल्ली: भारत और चीन के मिलिट्री कमांडर्स के बीच 12वें दौर की अहम मीटिंग आज सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगी. मीटिंग के दौरान दोनों देशों के सैन्य कमांडर्स अगले दौर के डिसइंगेजमेंट पर चर्चा करेंगे. ये मीटिंग एलएसी पर चीन की तरफ मोल्डो गैरिसन में होगी. जानकारी के मुताबिक इस दौरान पूर्वी लद्दाख से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल के गोगरा और हॉट स्प्रिंग जैसे इलाकों से डिसइंगेजमेंट यानी सैनिकों को पीछे हटने पर बातचीत होगी.
सीमा पर तनाव बरकरार
गौरतलब है कि दोनों देशों के इस समय LAC पर संवेदनशील क्षेत्रों में 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं. इससे पहले 11वें दौर की बातचीत नौ अप्रैल को एलएसी से भारतीय सीमा की ओर चुशुल सीमा पर हुई थी जो करीब 13 घंटे चली थी. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे, जो लेह स्थित 14 वीं कोर के कमांडर हैं.
चीन को दो टूक
बारहवें दौर की वार्ता विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा अपने चीनी समकक्ष वांग यी को इस बात से दो टूक अवगत करा देने के करीब दो हफ्ते बाद हो रही है कि पूर्वी लद्दाख में मौजूदा स्थिति के लंबा खींचने का प्रभाव द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक रूप से पड़ता नजर आ रहा है.
भारत इस बात पर जोर देता आ रहा है कि दोनों देशों के बीच संपूर्ण संबंधों के लिए देपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा में सैनिकों को हटाने सहित अन्य लंबित मुद्दों का समाधान आवश्यक है.
Bureau Report
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