नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा शहर के सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के दोनों टावरों (एपेक्स-सियान) को ध्वस्त करने के लिए दीवारों को तोड़ने को काम तेजी से किया जा रहा है। साथ ही मलबे को परिसर में एकत्र किया जा रहा है, जिसके लिए नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल (एनजीटी) के नियमों का पालन किया जा रहा है।
बता दें कि एडफिस कंपनी की ओर से सुपरटेक के दोनों टावरों में प्रत्येक फ्लोर पर बने फ्लैट के बीच की दीवारों को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। अब तक 32 मंजिला एपेक्स टावर में 25 प्रतिशत दीवार को हटाने का काम पूरा किया जा चुका है, जबकि 29 मंजिला सियान टावर में प्रत्येक फ्लोर के फ्लैटों के बीच से 50 प्रतिशत दीवारों को तोड़ दिया गया है, जिसका मलबा भी नीचे गिराकर परिसर में एकत्र किया जा रहा है।
हालांकि अभी दोनों टावरों से दीवारों को हटाने में करीब एक माह का समय और लगेगा, उसके बाद सिर्फ कालम बीम ही टावरों में शेष बचेंगे, जिसमें विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा। इन्हीं कालम व बीम को मिलाकर तीन हजार मीटर के क्षेत्र में सात हजार होल तैयार करने का काम किया जा रहा है। इसमें डेटोनेटर व वायर लगाने के लिए जियो टैक्सटाइल फाइबर के जरिये कवर किया जा रहा है। इन्हीं होल में लगे डेटोनेटर में विस्फोटक को भरा जाएगा। एक नियंत्रित धमाके के जरिये दोनों टावरों का मलबा नीचे गिराया जाएगा।
दस किलो विस्फोटक के साथ होगा ट्रायल ब्लास्ट
सेक्टर-93 ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के दोनों टावर (एपेक्स व सियान) को 22 मई को ध्वस्त किया जाएगा, लेकिन ध्वस्तीकरण से पहले 10 अप्रैल को दोपहर ढाई बजे ट्रायल ब्लास्ट किया जाएगा। इस ट्रायल ब्लास्ट में करीब दस किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसे साफ्ट ट्यूब के जरिये पुलिस की निगरानी में नोएडा लाया जाएगा। दोनों टावर के बेसमेंट के चार पिलर और 14 वीं मंजिल के एक पिलर में लगाकर विस्फोट करके चेक किया जाएगा। इसी के आधार पर तय हो जाएगा कि दोनों टावरों को गिराने में कितना विस्फोटक इस्तेमाल होगा।
Bureau Report
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