दिल्ली का आमिर महायज्ञ में हिन्दू धर्म अपनाकर बन गया अभय त्यागी, बोला- सनातनी हिन्दू थे मेरे पूर्वज

दिल्ली का आमिर महायज्ञ में हिन्दू धर्म अपनाकर बन गया अभय त्यागी, बोला- सनातनी हिन्दू थे मेरे पूर्वज

दिल्ली के रहने वाले मुस्लिम युवक आमिर ने रविवार को लोनी के रामलीला ग्राउंड में हुए 51 कुंडीय महायज्ञ के दौरान संतों की उपस्थिति में स्वेच्छा से सनातन धर्म अपना लिया। धर्म परिवर्तन के बाद आमिर का नाम अभय त्यागी हो गया है। 10 अप्रैल को डासना मंदिर में महंत उनका जनेऊ संस्कार आदि करेंगे। आमिर ने बताया कि वह हिंदू धर्म से काफी प्रभावित हैं और काफी समय से सनातन धर्म अपनाने के बारे में सोच रहे थे। 

जानकारी के अनुसार, खुद को दिल्ली के कर्दमपुरी का निवासी बताने वाले आमिर अविवाहित हैं और वेल्डिंग का कार्य करते हैं। आमिर ने बताया कि वह मुस्लिम समाज से हैं, लेकिन उसके पूर्वज सनातनी हिन्दू थे। रविवार को जब वह लोनी के रामलीला ग्राउंड में आयोजित किए गए 51 कुंडीय महायज्ञ में शामिल हुए तो उन्होंने स्वेच्छा से सनातन धर्म अपनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनके साथ किसी ने कोई जोर जबर्दस्ती नहीं की है। वह स्वेच्छा से सनातन धर्म अपना रहे हैं।

आमिर की इस घोषणा के बाद भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष हिमांशु शर्मा ने आमिर को चंदन का टीका लगाकर व सनानत धर्म का अंगवस्त्र पहनाकर सनातन धर्म में शामिल कराया। वहीं, त्यागी महासभा के अध्यक्ष धर्मेन्द्र त्यागी ने आमिर को अपना गौत्र प्रदान करते हुए उनका नाम अभय त्यागी रखा है। 10 अप्रैल को डासना मंदिर में महंत नरसिंहानंद सरस्वती पूर्ण विधि विधान से उसका जनेऊ संस्कार आदि करेंगे।

गौरतलब है कि हिन्दू नववर्ष के मौके पर लोनी के रामलीला ग्राउंड में 51 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया गया था। महामंडलेश्वर 1008 नवलकिशोर के सानिध्य में सनातन महायज्ञ समिति एवं गायत्री परिवार द्वारा आयोजित महायज्ञ में सैकड़ों क्षेत्रवासियोें ने आहुति डाली। रविवार सुबह नौ बजे शुरू हुआ महायज्ञ दोपहर 12 बजे पूर्ण आहुति के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर, अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल, मयंक गोयल, भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल, रामकुमार त्यागी आदि मौजूद रहे।

वसीम रिजवी ने भी अपनाया था हिन्दू धर्म  

इससे पहले बीते साल यूपी के मुस्लिम नेता वसीम रिजवी ने भी इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया था। यति नरसिंहानंद सरस्वती ने ही उन्हें भी सनातन धर्म में शामिल कराया था। धर्म परिवर्तन के बाद उनका नाम जितेंद्र त्यागी हो गया है। धर्म परिवर्तन के बाद उन्होंने कहा था कि जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया तो फिर मेरी मर्जी है कि मैं कौन-सा धर्म स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं, और किसी धर्म में नहीं हैं।  

Bureau Report

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