तेजस्वी के इफ्तार के बाद लग रही थी NDA छोड़ने की अटकलें, अमित शाह को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंच गए नीतीश कुमार

तेजस्वी के इफ्तार के बाद लग रही थी NDA छोड़ने की अटकलें, अमित शाह को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंच गए नीतीश कुमार

बिहार: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार में शामिल क्या हुए, मानो पूरे बिहार की राजनीति गरमा गई। लोग तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे। कोई इसे महागठबंधन की वापसी के तौर पर देखने लगा, तो किसी ने कहा कि यह भाजपा पर एक दबाव बनाने की कोशिश है। आज सुबह जब वीर कुंवर सिंह की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सीएम मीडिया से बात कर रहे थे तो उन्होंने तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने इसे आधारहीन करार दिया।

नीतीश कुमार इससे और एक कदम आगे बढ़ते हुए आज पटना एयरपोर्ट पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का स्वागत करने के लिए भी पहुंच गए। बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के लिए तो यह आम बता हो सकती है, लेकिन नीतीश कुमार के मामले में नहीं।

नीतीश कुमार को करीब से जानने और समझने वाले लोगों के लिए भी हाल के वर्षों यह शायद पहला मौका होगा, जब वे किसी केंद्रीय मंत्री का स्वागत करने के लिए नीतीश कुमार को खुद जाते हुए देख रहे हों। हां, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या फिर नए राज्यपाल की पहली यात्रा पर वह अक्सर जाते हैं। यह प्रोटोकॉल के तहत एक सामान्य सी बात है।

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था, “ऐसी इफ्तार पार्टियों में बहुत से लोगों को आमंत्रित किया जाता है। इसका राजनीति से क्या संबंध है? हम भी एक इफ्तार पार्टी रखते हैं और सभी को इसमें आमंत्रित करते हैं।” 

लालू के बड़े बेटे ने कही थी ‘खेला होने’ की बात
कल लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से जब इस आयोजन के राजनीतिक संबंधों पर चर्चा की गई तो उनका कुछ और ही कहना था। उन्होंने कहा, “यह राजनीति है। अटकलें लगना सामन्य बात है। आज वह सत्ता में है, कल बदलाव हो सकता है। पहले मैंने ‘नो एंट्री’ बोर्ड लगाया था। लेकिन अब इसे ‘एंट्री – नीतीश चाचा जी’ से बदल दिया गया है। अब वह आ गए हैं।”

तेजप्रताप यादव ने बिहार में सरकार बनाने का भी दावा किया। उन्होंने कहा, “हम सरकार बनाएंगे और खेल खुल जाएगा। यह एक रहस्य है। नीतीश जी के साथ गुप्त बातचीत हुई।”

आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज बिहार दौरे पर हैं। वह आज जगदीशपुर में 1857 के विद्रोह के नायकों में से एक बाबू वीर कुंवर सिंह की स्मृति में आयोजित एक कार्यक्रम और रोहतास में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। 

Bureau Report

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