कांवड़ यात्रा पर MHA सख्‍त, IB की रिपोर्ट पर गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

कांवड़ यात्रा पर MHA सख्‍त, IB की रिपोर्ट पर गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

MHA on Kanwar Yatra: सावन (Sawan) का महीना शुरू होते ही इस साल की कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) भी शुरू हो गई है. कांवड़ यात्रा को लेकर जहां भगवान शिव के भक्तों का उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं इस पवित्र यात्रा को लेकर कई जिलो के पुलिस प्रशासन ने कड़े और पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए हैं. इस बीच कांवड़ यात्रा को लेकर गृह मंत्रालय (MHA) ने एडवाइजरी जारी की है. बताया जा रहा है कि इंटीलिजेंस ब्यूरो (IB) की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर यह एडवाइजरी जारी की गई है. कांवड़ यात्रा के दौरान रेडिकल एलिमेंट्स से खतरे का अंदेशा है, इसलिए राज्य सरकारों को सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.

कट्टरपंथी तत्वों से खतरे की आशंका

इस बार की कांवड़ यात्रा के दौरान जिस तरह से कट्टरपंथी तत्वों से खतरे की आशंका जताते हुए राज्य सरकारों को कांवड़ यात्रा करने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर कड़ी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. इस एडवाइजरी में यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्यों को सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने का निर्देश दिया है. वहीं पुलिस का कहना है कि कांवड़ यात्रा मार्गों की भी चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी.

रेलवे भी बढ़ाए सुरक्षा

खतरे को देखते हुए ट्रेनों की सुरक्षा भी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. एडवाइजरी के मुताबिक कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए. इससे पहले ही कई शहरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की आशंका को देखते हुए सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन और सोशल मीडिया की निगरानी के जरिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है. वहीं हरिद्वार में बम निरोधक दस्ते के साथ आतंकवाद निरोधी दस्ते भी तैनात किए गए हैं. अभेद सुरक्षा इंतजाम करने के लिए करीब 10,000 पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों को कई जोन और सेक्टरों में बांटा गया है.

दो साल बाद हो रही यात्रा

गौरतलब है कि 14 जुलाई से शुरू हुई कांवड़ यात्रा में भोलेनाथ के भक्त बड़ी संख्या में हरिद्वार पहुंच रहे हैं. कोरोना महामारी के कारण दो साल से कांवड़ यात्रा नहीं निकाली जा रही थी. अधिकारियों का मानना है कि इस बार भी सावन के महीने में पहले की तरह करोड़ों श्रद्धालु भगवान शंकर का अभिषेक करने के लिए हरिद्वार और आस-पास से पवित्र गंगा नदी का जल लेने पहुंचेंगे.

Bureau Report

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