बिहार (Bihar) में चल रही सियासी उठापटक के बीच बड़ा उलटफेर देखने को मिला है. ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि बीजेपी (BJP) हाईकमान ने अपने धुर विरोधी आरजेडी (RJD) के चीफ लालू यादव (Lalu Yadav) के परिवार से बातचीत है. सूत्रों से ये जानकारी मिली है. बिहार में बीजेपी और जेडीयू (JDU) का गठबंधन टूटने के कयास लगाए जा रहे हैं. बीजेपी और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बीच बढ़ती दूरियां क्या बिहार में नए गठबंधन की सरकार लाने वाली हैं, इसके कयास लगाए जाने लगे हैं.
बिहार में सभी की निगाहें अब सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी द्वारा अपने-अपने विधायकों की बुलाई गई मीटिंग पर हैं, जिससे बिहार में राजनीतिक परिवर्तन की अटकलें तेज हो गई हैं. इस बीच, आरजेडी ने अपने सभी विधायकों से कहा है कि अगले 3-4 दिन पटना में ही रहें. वहीं, ऐसा ही आदेश कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को दिया है कि पटना में उपस्थित रहे. ऐसे में आरजेडी को लेफ्ट के विधायकों का भी साथ मिल रहा है. लेकिन, बीजेपी आलाकमान की तरफ से लालू यादव की फैमिली को आए फोन ने सभी को चौंका दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, बिहार में भी महाराष्ट्र वाला गेम होने की तैयारी थी. सीएम नीतीश कुमार के लिए आरसीपी सिंह, एकनाथ शिंदे बनने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही नीतीश कुमार ने स्थिति को भांप लिया और आरसीपी सिंह को जेडीयू से अलग होना पड़ा. केंद्रीय मंत्री रहे आरसीपी सिंह को जेडीयू की तरफ से फिर से राज्यसभा सदस्य नहीं बनाए जाने के पीछे भी यही वजह बताई जा रही है. बीजेपी से बढ़ी आरसीपी सिंह की करीबी जेडीयू को पसंद नहीं आई.
इस बीच, कांग्रेस की बिहार इकाई ने राज्य में राजनीतिक बदलाव की अटकलों के बीच एक कदम आगे बढ़ते हुए नीतीश कुमार के बीजेपी से नाता तोड़ लेने की स्थिति में बिना शर्त उनका समर्थन करने का एकतरफा ऐलान कर दिया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) सचिव और पार्टी विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि सभी पार्टी विधायकों ने सर्वसम्मति से नीतीश कुमार के बीजेपी से नाता तोड़ने की स्थिति में अस्तित्व में आने वाले नए समीकरण का समर्थन करने का संकल्प लिया है.
Bureau Report
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