भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Singh Chaudhary) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उत्तर प्रदेश यूनिट के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद यूपी सरकार के पंचायती राज मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. हाल ही भूपेंद्र सिंह चौधरी को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान दी गई है. भूपेंद्र सिंह चौधरी ने खुद ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी. इस मौके पर उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की भी तारीफ की. इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताया.
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने ट्वीट किया, ‘भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के दायित्व के सम्यक निर्वहन हेतु आज मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दिया. अपने प्रथम और द्वितीय कार्यकाल में क्रमशः राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रदेश की जनता की सेवा का अवसर प्रदान करने तथा समय-समय पर दिए गए निर्देशों के लिए माननीय मुख्यमंत्री का एवं अनेक अवसरों पर प्रेरणादायी मार्गदर्शन व आशीर्वचन के लिए यशस्वी प्रधानमंत्री का हृदय से आभार.’
मंत्री पद से इस्तीफा इस आधार पर दिया
बता दें कि भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मंत्री पद से इस्तीफा पार्टी के ‘एक व्यक्ति-एक पद’ सिद्धांत के आधार पर दिया है. इस्तीफा देने के बाद भूपेंद्र सिंह चौधरी पार्टी पदाधिकारियों के साथ बीजेपी मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि आने वाले नगर निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी रिकॉर्ड जीत हासिल करेगी.
कार्यकर्ताओं ने किया चौधरी का जोरदार स्वागत
जान लें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने 25 अगस्त को भूपेंद्र सिंह चौधरी को पार्टी की उत्तर प्रदेश यूनिट का अध्यक्ष नियुक्त किया था. उत्तर प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद भूपेंद्र सिंह चौधरी सोमवार को नई दिल्ली से लखनऊ पहुंचे थे, जहां चारबाग रेलवे स्टेशन पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया था.
गौरतलब है कि 54 साल के भूपेंद्र सिंह चौधरी मुरादाबाद के महेंद्र सिकंदरपुर में रहने वाले एक किसान परिवार से आते हैं. वह राजनीतिक सफर के शुरुआती दिनों में विश्व हिंदू परिषद से जुड़ गए थे. पार्टी पदाधिकारियों के मुताबिक, भूपेंद्र सिंह चौधरी 1991 में बीजेपी के सदस्य बने और कोषाध्यक्ष एवं मुरादाबाद जिला यूनिट के जिलाध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर रहे. 1999 में उन्होंने समाजवादी पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे.
Bureau Report
Leave a Reply