दिल्ली में जी-20 सम्मेलन का दौर चल रहा है. हाल ही में चीनी विदेश मंत्री और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की मुलाकात भी हुई. एस जयशंकर पहले भी चीन के साथ संबंधों को ‘असमान्य’ बता चुके हैं. इस बीच भारतीय सेना ने लद्दाख में LAC पर भारतीय सेना ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं. लद्दाख में LAC पर तैनात भारतीय सेना की टुकड़ियों ने अपनी एक्टिविटीज बढ़ाईं. इसके अलावा पैंगोंग झील पर हाफ मैराथन और क्रिकेट खेला. चीन की हर हरकत पर भारत की नजर है. गलवान घाटी के पास जवानों की तैनाती है. LAC पर भारत के जवान मुस्तैद हैं.
गलवान घाटी में बढ़ी सेना की गतिविधि
बता दें कि गलवान घाटी के आसपास तैनात इंडियन आर्मी के फॉर्मेशन ने हाल के महीनों में खच्चरों और घोड़ों पर एलएसी के पास के क्षेत्रों का सर्वे करने और जमी हुई पैंगोंग झील पर हाफ मैराथन जैसी गतिविधियां कीं. इसके अलावा क्वाड देशों के सम्मेलन में भी विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन पर निशाना साधा.
क्वाड बैठक पर चीन का रिएक्शन
हालांकि, चीन ने क्वाड की बैठक की आलोचना करते हुए कहा है कि बातचीत का उद्देश्य शांति और विकास होना चाहिए. दोनों देशों को क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान और आपसी पर ध्यान देना चाहिए. बता दें कि क्वाड देशों की बैठक में भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान के विदेश मंत्रियों ने एक मुक्त व खुले इंडो-पैसिफिक रीजन की प्रतिबद्धता दोहराई थी.
क्या है क्वाड ग्रुप?
गौरतलब है कि क्वाड, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका का एक ग्रुप है. भारत में हुई क्वाड की बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापानी विदेश मंत्री योशिमाशा हयाशी और ऑस्ट्रेलिया के उनके समकक्ष पेनी वॉन्ग शामिल हुए. क्वाड की मीटिंग में इन चारों ने इंडो-पैसिफिक रीजन में चीन की बढ़ती आक्रामकता पर चिंता जताई.
Bureau Report
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