केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के रिले रूम से एक हार्ड डिस्क जब्त की है। विश्वसनीय रिपोर्ट के अनुसार माना जा रहा है कि हार्ड डिस्क ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण रेल हादसे के पीछे के कारण का एक बड़ा सबूत है।
हार्ड डिस्क में हैं कई अहम जानकारियां
हार्ड डिस्क में वह समय होता है जब ट्रेन को हरी झंडी दी गई थी, तब ट्रैक की स्थिति क्या थी और दुर्घटना से संबंधित कई अन्य जानकारी मौजूद होती है। सीबीआई ने जीआरपी से मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है, जिसने पहले ही मामला दर्ज कर लिया था। जांच टीम में सीबीआई के साथ सेंट्रल फॉरेंसिक के कुछ सदस्य शामिल हैं।
हादसा: गलती या साजिश या यांंत्रिक भूल ?
मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंची और जांच की। उन्होंने उत्तर और दक्षिण केबिन, सिग्नल रूम और ऑपरेटिंग सिस्टम का निरीक्षण किया और बाहानगा बाजार स्टेशन का डेटा रिकॉर्ड किया। जांच टीम ने स्टेशन मास्टर और अन्य रेल कर्मचारियों से भी पूछताछ की।
सीबीआई बाहानगा ट्रेन हादसे के कारणों की जांच कर रही है। सीबीआई इस बात की भी जांच कर रही है कि यह मानवीय भूल है या यांत्रिक भूल या फिर तीन ट्रेन हादसे के पीछे कोई बड़ी साजिश है।
2 जून को हुआ था ओडिशा रेल हादसा
केंद्रीय जांच एजेंसी इस संबंध में गहन जांच में जुटी हुई है। गौरतलब है कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर जिले के बहानगा रेलवे स्टेशन पर एक ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में 288 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 1000 से अधिक अन्य घायल हो गए थे। यह दुर्घटना तीन ट्रेनों 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच हुई थी।
इस दौरान सबसे पहले कोरोमंंडल मालगाड़ी से जा टकराई, जिससे ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए और कुछ बगल के ट्रैक पर चले गए, जिस पर बेंगलुरु से चली यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस गुजर रही थी। इन डिब्बों से यह ट्रेन जा टकराई और भीषण हादसा हो गया।
Bureau Report
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