प्रमुख विपक्षी पार्टियों के साथ होने वाले गठबंधन को लेकर कांग्रेस के भीतर की बैठकों का दौर जारी है। इस संबंध में सोमवार दोपहर बाद एक अहम बैठक होनी तय है। बैठक में पार्टी की रणनीति तय करने वाले वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बैठक में यूपीए के बदले जाने वाले नाम के साथ साथ आगे के सियासी रणनीतियों पर विचार किया जाएगा।
कई मुद्दे शामिल होंगे बैठक में
कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पटना में हुई बैठक के बाद पार्टी अभी इस रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है कि किन मुद्दों के साथ गठबंधन की नई रणनीति का पूरा रोड मैप आगे बनाया जाए। इस संदर्भ में कांग्रेस के कुछ प्रमुख रणनीतिकारों की सोमवार को बैठक तय की गई है। इस बैठक में शामिल होने वाले एक प्रमुख नेता कहते हैं कि बैठक में वैसे तो कई मुद्दों पर चर्चा होनी है। उसमें प्रमुख रूप से शिमला में होने वाली अगली बैठक से पहले पूरी रूपरेखा तैयार कर आलाकमान को सौंपा जाना है। इसके अलावा इस बैठक में केंद्र सरकार की ओर से कांग्रेस शासित राज्यों में जारी योजनाओं में लगाए जाने वाले अड़ंगे को लेकर की चर्चा की जाएगी।
यूपीए और पीडीए को लेकर होगी चर्चा
पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता बताते हैं कि लंबे समय से कांग्रेस गठबंधन की सरकारें यूपीए के नाम से ही जानी जाती रहीं हैं। वह कहते हैं कि यूपीए का नाम बदलकर पीडीए किए जाने को लेकर एक महत्वपूर्ण चर्चा पार्टी के नेताओं के भीतर लगातार हो रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कहते हैं कि यूपीए-1 और यूपीए-2 की सरकारों के बाद पीडीए को लेकर पार्टी के नेताओं में थोड़ी असहजता जरूर देखी जा रही है। हालांकि, पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की ओर से न सिर्फ गठबंधन बल्कि पीडीए को लेकर के भी समर्थन में सहमति जताई गई है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के भीतर सहयोगी गठबंधन के नए नाम को लेकर होने वाली चर्चा विशेष मायने नहीं रखती है। बावजूद इसके होने वाली बैठक में इसको लेकर बातचीत अवश्य की जाएगी।
कांग्रेस कितनी सीटों पर लड़े चुनाव, यह मुद्दा भी अहम
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में शिमला में आयोजित गठबंधन के दलों की अगली बैठक का भी एक रोडमैप में तैयार किए जाने का अनुमान है। इस पूरे मामले में शाम की बैठक में और किन मुद्दों पर चर्चा होगी इसको लेकर तो पार्टी के नेताओं ने खुलकर कोई बात नहीं की, लेकिन यह जरूर कहा कि कांग्रेस की सीटों के समझौते को लेकर भी जरूर चर्चा करेगी। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पटना में हुई बैठक के बात सबसे ज्यादा चर्चा कांग्रेस की सीटों को लेकर के की जा रही है। पार्टी के नेताओं के मुताबिक पार्टी किस राज्य में कितनी सीटों के साथ अपने मजबूत तैयारी करेगी उसको लेकर के भी चर्चाएं की जानी हैं।
भाजपा सरकार लगा रही अड़ंगा
वही कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस की ओर से जनता को किए गए वायदों को पूरा करने में कई तरह की अड़चनें लगानी शुरू कर दी है। इसमें कर्नाटक के लोगों को अन्न भाग्य योजना के तहत लाखों लोगों को मिलने वाले लाभ से रोकने की साजिश की जा रही है। पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस मामले में भी बैठक कर आगे की पूरी रणनीति तय की जानी है।
Bureau Report
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