नईदिल्ली: इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। राज्य के सभी मुख्य राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव के लिए कमर कस ली है। कांग्रेस का पूरा ध्यान एक एंटी इनकंबेंसी के असर के खिलाफ राजस्थान में एक बार फिर सरकार बनाने पर है। राजस्थान चुनाव पर कांग्रेस पार्टी ने अपना पूरा ध्यान भी केंद्रित कर दिया है। गुरुवार को दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में राजस्थान चुनाव का रोडमैप तैयार किया गया।
दिल्ली में आयोजित इस बैठक में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। इस मीटिंग में तकरीबन 28 नता शामिल हुए। वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत वर्चुअली रूप से मीटिंग में शामिल हुए। इस बैठक में चुनाव तैयार पर चर्चा के अलावा अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच दूरियों को कैसे कम किया जाए इस पर भी चर्चा हुई।
कांग्रेस का दावा- राजस्थान में एक बार फिर बनेगी कांग्रेस सरकार
बैठ के बाद प्रेस कॉफ्रेंस करते हुए कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी के सी वेणुगोपाल ने बैठक से जुड़ी कुछ जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की उपस्थिति में आगामी राजस्थान चुनाव को लेकर बैठक हुई।
राजस्थान में कांग्रेस एकजुट होकर लड़ेगी। वहीं, उन्होंने आगे कहा कि इस बार राजस्थान में एंटी इनकंबेंसी के असर के खिलाफ एक बार कांग्रेस की सरकार बनेगी।
के सी वेणुगोपाल ने आगे बताया कि इस बैठक में सचिन पायलट ने बैठक में अच्छी बात कही, उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस राजस्थान जीतेगी।
मीटिंग के बाद सचिन पायलट ने दी प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि इस मीटिंग के बाद सचिन पायलट ने कहा कि हम राजस्थान में मिलकर चुनाव लड़ेंगे। सचिन पायलट ने आगे कहा कि इस बैठक में मैंने पिछली भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार, पेपर लीक, राजस्थान लोक सेवा आयोग में सुधार के मुद्दे उठाए। मुझे खुशी है कि पार्टी ने इस पर ध्यान दिया।
सचिन पायलट ने आगे कहा,हमने सभी मुद्दों पर खुले मन से चर्चा की सभी ने विश्वास जताया कि हम राजस्थान में दोबारा सरकार बना सकते हैं।”
उन्होंने आगे ये भी कहा कि राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर को कैसे रोका जाए, इसपर भी चर्चा हुई।
के सी वेणुगोपाल ने आगे ये भी कहा बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि पार्टी में अनुशासन का पालन किया जाएगा, पार्टी मंच के बाहर कोई भी बात नहीं करेगा; अवज्ञा के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि उम्मीदवारों का निर्णय सितंबर के पहले सप्ताह तक किया जाएगा; जीतने की क्षमता के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
अगूंठे में लगी चोट से उबर रहे हैं अशोक गहलोत
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, वेणुगोपाल, राज्य के एआईसीसी प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, राज्य इकाई प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा, पायलट और राजस्थान के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे। बता दें कि कुछ दिनों पहले सीएम अशोक गहलोत के बाएं पैर के अंगूठे में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो गया था, जिससे फिलहाल वो उबर रहे हैं।
इन नेताओं ने बैठक में किया शिरकत
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, वेणुगोपाल, राज्य के एआईसीसी प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, राज्य इकाई प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा, पायलट और राजस्थान के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत, जो अपने दोनों पैरों की उंगलियों में फ्रैक्चर से उबर रहे हैं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में भाग ले रहे हैं।
दिन की शुरुआत में बैठक का एक वीडियो पोस्ट करते हुए कांग्रेस प्रमुख खड़गे ने ट्विटर पर कहा कि सार्वजनिक सेवा, राहत और सभी के उत्थान के साथ, राजस्थान प्रगति के पथ पर है।
मीटिंग से पहले खरगे ने किया ट्वीट
गौरतलब है कि इस मीटिंग से पहले मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए कहा था, कांग्रेस पार्टी ने समावेशी विकास और जन कल्याण की योजनाओं को राजस्थान के हर घर तक पहुंचाया है। आगामी चुनाव में पार्टी एकजुट होकर जनता के बीच जायेगी।
खरगे ने कहा, राजस्थान का हर वर्ग – किसान, खेत-मजदूर, युवा, महिलाएं – कांग्रेस पार्टी में विश्वास व्यक्त कर रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “हम हर किसी की आकांक्षाओं का ख्याल रखेंगे। राजस्थान का वर्तमान और भविष्य दोनों कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित हैं। इस बार इतिहास बदल जाएगा।” …
गहलोत और पायलट की दूरियां बनी पार्टी के लिए सिरदर्द
बता दें कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जो दूरिंया है, वो जगजाहिर है। दोनों नेताओं के बीच कई बार जुबानी जंग भी छिड़ चुकी है। पिछले महीने अपने पिता राजेश पायलट की बरसी पर एक कार्यक्रम में सचिन पायलट ने कहा था कि लोगों का विश्वास उनके लिए ‘सबसे बड़ी संपत्ति’ है और उन्होंने कहा कि वह उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ते रहेंगे और अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे।
बता दें कि सचिन पायलट ने राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करने और इसके पुनर्गठन के साथ-साथ सरकार से निश्चित कार्रवाई के साथ-साथ नौकरी परीक्षा पेपर लीक के पीड़ितों के लिए मुआवजे की भी मांग की है।
दिलचस्प बात यह है कि रणनीति बैठक से दो दिन पहले, गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राजस्थान सरकार अगले विधानसभा सत्र में भर्ती परीक्षा पेपर लीक में शामिल लोगों की सजा की मात्रा 10 साल से बढ़ाकर आजीवन कारावास तक करने के लिए एक विधेयक लाएगी। कांग्रेस की कोशिश है कि राजस्थान में सचिन और गहलोत गुट मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ें।
Bureau Report
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