अमृतसर: कारगिल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत मान अमृतसर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस वक्त हम सो रहे होते हैं हमारी फौज के जवान गंगानगर व जैसलमेर के टीलों पर 50 डिग्री सेल्सियस तापमान पर देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं।
हम घरों में सर्दी के मौसम में हीटर लगा लेते हैं, तब कारगिल की पहाड़ियों पर हमारे जवान माईनस 40 डिग्री तापमान पर देश का ध्वज लेकर इस की आन और बान की रक्षा करने के लिए सीना ताने खड़े रहते हैं। देश के लिए कुर्बान होने वाले जवान हमेशा याद किए जाएंगे।
सीएम मान ने कहा कि बलिदानी भगत सिंह ने 23 साल की उम्र में फांसी पाई थी, लेकिन आज भी हमारे दिलों में जिंदा है। कारगिल युद्ध के वक्त मैं बतौर कलाकार पटियाला रहता था। पटियाला में कैंट एरिया है। हमने कलाकारों को बुला कर कारगिल के बलिदानियों के लिए शो किया। जितने पैसे जमा हुए आर्मी को दिए गए। यह हमारा कर्तव्य था, एहसान नहीं। आजादी प्राप्त करने के लिए भी हमने कुर्बानियां दी और आज इस आजादी को संभालने के लिए भी तत्पर हैं।
जवानों के लिए सीएम मान ने किए ऐलान
उन्होंने कहा कि आर्मी की यह विशेषता है कि वह बलिदान हुए जवानों के परिवारों को कभी अकेला नहीं छोड़ते। हमेशा उनके साथ रहती है। सैनिक भलाई बोर्ड भी स्थापित है। हमारे पास कई विभाग जो देश की रक्षा करने वाले जवानों के परिवारों के लिए राशि जारी कर सकते हैं।
आज के ही दिन ‘टाइगर हिल’ पर तिरंगा फहराया गया था। आज वार मेमोरियल में जो ज्योति प्रज्वलित हो रही है, इसमें तेल नहीं बलिदानियों का रक्त है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि जो जवान किसी अन्य दुर्घटनाओं में भी घायल हो जाते है उन्हें 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
घायल होने वाले जवानों को मिलेगी आर्थिक मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि जंग में 70 से 100% घायल होने वाले जवानों को 20 लाख की जगह अब 40 लाख रुपए सहायता दी जाएगी। इसके अलावा 51 से 75% तक घायल होने सैनिकों को 10 की बजाए 20 लाख रुपए, 25 से 50% तक घायल होने वाले जवानों को पांच की बजाय 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा स्वतंत्रता सेनानियों की विधवाओं को छह हजार की बजाय दस हजार की पेंशन हर महीने दी जाएगी।
ड्रोन खरीदने वाले लोगों का होगा पंजीकरण
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में पेट्रोल के माध्यम से तस्करी बढ़ी है। सिर्फ नशा ही नहीं बल्कि हथियार भी भी पाकिस्तान की ओर से भेजे जा रहे हैं। इसे रोकने के लिए उन्होंने केन्द्र सरकार को एक सुझाव दिया। इसके तहत ड्रोन खरीदने वाले हर व्यक्ति का पंजीकरण किया जाएगा।
ड्रोन पर नंबर अंकित हो जिस प्रकार दोपहिया और तिपहिया वाहनों का पंजीकरण किया जाता है, उसी तरह ड्रोन का भी पंजीकरण होना चाहिए। साथ ही अपराधिक गतिविधियां करने वालों तक भी पहुंचा जा सकेगा। भगवंत मान ने कहा कि सड़क हादसों की रोकथाम के लिए जल्द ही सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन किया जा रहा जो हाईवे और मुख्य मार्गों पर तैनात रहेगी।
Bureau Report
Leave a Reply