देवरिया के फतेहपुर के लेड़हा टोले पर सामूहिक हत्याकांड के आरोपी प्रेम यादव सहित चार आरोपियों के मकान पर अब सोमवार को बुलडोजर चल सकता है। शनिवार को कोर्ट की सुनवाई के दौरान आरोपी पक्ष के वकील ने साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए तहसीलदार मजिस्ट्रेट से एक सप्ताह का समय मांगा।
मजिस्ट्रेट ने धारा 67 के मामले में सोमवार तक का समय दिया। सोमवार को मजिस्ट्रेट निरीक्षण कर मौके पर ही बेदखली का फैसला सुनाएंगे। शुक्रवार को प्रेम यादव सहित चार आरोपियों के मकान पर ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा कर तहसील प्रशासन ने शनिवार को सुबह दस बजे तक सुनवाई का समय दिया था।
मामले की सुनवाई तहसीलदार के कोर्ट नंबर दो में तय थी। शनिवार को कोर्ट पर सुबह आठ बजे से ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। प्रेम यादव के भाई रामजी यादव की पत्नी किरन देवी, प्रेम की बेटी अलका को लेकर निर्धारित समय से दो घंटे की देरी से दोपहर 12 बजे तहसील में अपने अधिवक्ता गोपी चंद यादव के चेंबर में पहुंची।
अपराह्न 1:50 बजे तहसीलदार कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई तो प्रेम के अधिवक्ता गोपी चंद यादव ने मजिस्ट्रेट से साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा। उन्होंने कहा कि उनके मुव्वकिल जेल में निरुद्ध हैं। इसलिए उन्हें विधिक वकालतनामा पर दस्तखत कराने और साक्ष्य जुटाने के लिए उसने जिला कारागार में मिलना होगा।
ऐसे में कम से कम एक सप्ताह का समय प्रदान किया जाए। अवैध कब्जाधारियों के दो अन्य अधिवक्ताओं की दलील पर कोर्ट ने दो दिन का समय देकर सोमवार नौ तारीख को बेदखली पर अंतिम फैसला सुनाने की तिथि निर्धारित कर दी। तहसीलदार मजिस्ट्रेट ने फाइल में आदेश पारित कर कहा कि इस मामले की सुनवाई और बेदखली का फैसला अब मौके पर ही होगा।
सोमवार को सभी पक्ष मौके पर साक्ष्य प्रस्तुत कर सकते हैं। तहसीलदार अरुण कुमार यादव ने कहा कि सोमवार को मौके का निरीक्षण करने के बाद सरकार की सुरक्षित भूमि पर अतिक्रमण करने वालों को बेदखल कर दिया जाएगा। इस मामले में अभयपुर गांव के प्रेम के पिता के नाम दो वाद और अन्य तीन पर एक-एक वाद दाखिल है।
इन पांच मामलों में खलिहान, स्कूल, वन विभाग और जीएस की सरकारी भूमि पर धारा 67 के तहत रिपोर्ट दी गई है। अवैध कब्जाधारियों पर करीब दो लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। मौका निरीक्षण के बाद अर्थदंड घट-बढ़ सकता है।
फतेहपुर सामूहिक हत्याकांड के फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की दबिश तेज
फतेहपुर सामूहिक हत्याकांड के फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। गिरफ्तारी के लिए गठित आठ टीमें आरोपियों की तलाश में उनके सगे-संबंधियों के वहां छापे मार रही है। नामजद 27 आरोपियों में से सात अब भी फरार हैं। वहीं, गांव वालों से पूछताछ कर 50 अज्ञात आरोपियों की पहचान करने में भी पुलिस जुटी हुई है।
पुलिस फरार आरोपियों के बैंक खातों पर भी लगातार नजर बनाए हुए है। इसके आधार पर पुलिस आरोपियों की लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही है। अज्ञात 10 आरोपियों की पहचान पुलिस ने कर ली है।
फतेहपुर में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में मृतक सत्यप्रकाश दूबे की बेटी शोभिता की तहरीर पर दूसरे पक्ष के 27 नामजद और 50 अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस इनमें से 20 नामजद को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज चुकी है। वहीं, सात आरोपियों की तलाश में दो दिन से पुलिस लगातार छापे मार रही है।
पुलिस गोरखपुर, मऊ और बलिया जनपदों में कई स्थानों पर आरोपियों की तलाश में छापे मार चुकी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार कुछ लोगों ने आरोपियों को रुपये भेजकर उनकी मदद की है।
जिसके आधार पर पुलिस फरार लोगों को गिरफ्तार करने में जुटी है। शनिवार को पुलिस की जांच में अज्ञात लोगों में दस लोगों की पहचान हो गई है। इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन कोई आरोपी हाथ नहीं आया है।
Bureau Report
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