देशभर में लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। जेल में बंद खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह खडूर साहिब लोकसभा सीट पर विजयी रहा। अब उसके वकील राजदेव सिंह खालसा ने कहा कि अमृतपाल का प्रयास पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को समाप्त करने की दिशा में था।
राहत देने के लिए मजबूर
खालसा ने सिंह की जमानत पर जोर देते हुए कहा कि कानूनी रणनीति आगे बढ़ रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा और आप दोनों सरकारें जन समर्थन के कारण सिंह को राहत देने के लिए मजबूर होंगी।
सिंह की गिरफ्तारी गलत और अनैतिक
वकील ने आगे कहा, ‘आगे की रणनीति जमानत मिलने की है। सरकार को उन्हें राहत देनी होगी क्योंकि कोई विकल्प नहीं है। भाजपा और आप दोनों सरकार ऐसा करने के लिए मजबूर होगी। अमृतपाल सिंह पंजाब को नशा मुक्त कर रहा था। लोगों ने यह दिखा दिया है कि सिंह की गिरफ्तारी गलत और अनैतिक है।’
हिंदू-सिख तनाव झूठा
भगवंत मान सरकार द्वारा सिंह की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए खालसा ने इसे बेईमान करार दिया और जोर देकर कहा कि कानून और व्यवस्था के मुद्दे और हिंदू-सिख तनाव की कहानी झूठी थी।
इतने वोटों के अंतर से जीते
खडूर साहिब लोकसभा सीट पर जीत के बाद अमृतपाल सिंह की पत्नी और वकील बुधवार को उनसे मिलने के लिए डिब्रूगढ़ जेल गए। बता दें, सिंह ने 4,04,430 मतों के साथ महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की। 2024 के लोकसभा चुनावों में सिंह के निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा थे, जिन्हें 2,07,310 वोट मिले थे।
पिछली बार कौन जीता था?
पुलिस से बचने और उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाने के हफ्तों बाद अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया था। 2019 में खडूर साहिब से कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल जीते थे। इस सीट से भाजपा ने मनजीत सिंह मन्ना को उम्मीदवार बनाया है। आप ने लालजीत सिंह भुल्लर और शिरोमणि अकाली दल ने विरसा सिंह वल्टोहा को मैदान में उतारा था।
Bureau Report
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