नीट यूजी पेपरलीक केस में सियासत गरमाने लगी है। फिर से उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव और राष्ट्रीय जनता दल पर हमला बोला है। गुरुवार दोपहर पत्रकारों के सामने उन्होंने कुछ कॉल डिटेल्स दिखाए और तेजस्वी यादव को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि पेपरलीक केस में गिरफ्तार हुए सिकंदर प्रसाद यादवेंदु का तेजस्वी और लालू यादव से क्या संबंध है? यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए। विजय सिन्हा ने कहा कि एक मई को तेजस्वी यादव के आप्त सचिव प्रीतम कुमार के मोबाइल से रात्रि नौ बजकर सात मिनट में पथ निर्माण विभाग में कार्यरत प्रदीप कुमार के मोबाइल पर एनएचएआई के गेस्ट हाउस में सिकंदर प्रसाद याजवेंदु के कमरे की बुकिंग के लिए फोन आया था। उस दिन प्रदीप ने संज्ञान नहीं लिया। चार मई की सुबह प्रीतम कुमार के मोबाइल पर फिर प्रदीप कुमार को कॉल किया गया। फिर से सिकंदर के नाम से कमरे की बुकिंग की बात की गई।
लालू जब जेल में थे, तब सिकंदर भी वहां रहते थे
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा का कहना है कि तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या प्रीतम कुमार अभी भी उनके पीएस हैं और उन्हें यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि सिकंदर प्रसाद यादवेंदु कौन हैं? जब लालू प्रसाद यादव रांची में जेल गए थे, तब सिकंदर प्रसाद यादवेंदु हुआ करते थे। लालू की सेवा में वह रहते थे। सिकंदर सिंचाई विभाग में जेई थे। विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि वह लोगों के भविष्य के साथ खेलते हैं जब वे सत्ता में होते हैं तो घोटाले करते हैं और नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।
एनएचएआई के गेस्ट हाउस का दरवाजा खुला था
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस्वी के पीएस प्रीतम के कहने पर ही पेपर लीक मामले में शामिल एक कैंडिडेट्स के लिए एनएचएआई के गेस्ट हाउस का दरवाजा खुला था। प्रीतम ने सिकंदर प्रसाद यादवेंदु (दानापुर नगर परिषद जूनियर इंजीनियर) के परिजनों के नाम से गेस्ट हाउस के रूम बुक करवाया था। वहां ठहरे छात्र अनुराग यादव के नाम के आगे ब्रैकेट में मंत्री लिखा हुआ था। विजय सिन्हा ने दावा किया कि सॉल्वर गैंग के तार राजद से जुड़े हुए हैं।
Bureau Report
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