हरियाणा विधानसभा चुनावों के उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगाने के लिए भाजपा संसदीय दल की बैठक गुरुवार शाम को हो सकती है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा पार्टी संसदीय बोर्ड के सभी सदस्य उपस्थित रहेंगे। भाजपा इस बार एक दर्जन से अधिक वर्तमान विधायकों का टिकट काट सकती है। नए जिताऊ चेहरों पर दांव लगाकर पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने के मूड में है। हालांकि, लोकसभा चुनाव परिणामों को देखते हुए कांग्रेस इस बार कड़ी टक्कर दे रही है।
भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पार्टी विपरीत परिस्थितियों में भी चुनाव जीतने के इरादे से मैदान में उतरेगी। इसके लिए सबसे पहले वर्तमान विधायकों में केवल उन्हें ही अवसर दिया जाएगा जो चुनाव जीतने की स्थिति में होंगे। पार्टी के आंतरिक सर्वे में जिन विधायकों की छवि खराब पाई गई है, पार्टी उनका टिकट काटकर क्षेत्र के ऐसे चेहरों पर दांव लगाएगी जो चुनाव में जीत हासिल करने की क्षमता रखते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कुछ बाहरी उम्मीदवारों की किस्मत भी खुल सकती है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने संगठन में मजबूत छवि के नेताओं को मैदान में उतारने का निर्णय किया है। टिकट कटने वालों में कुछ मंत्रियों के नाम भी शामिल हो सकते हैं। सरकार में रहते हुए जिन मंत्रियों के कामकाज ठीक नहीं पाए गए हैं, उनको चुनाव में न उतारकर संगठन के कार्यों में लगाया जा सकता है।
किसी भी गतिरोध से दूरी बरतेगी भाजपा
हरियाणा भाजपा के अनिल विज जैसे नेता प्रदेश और केंद्र में पार्टी नेतृत्व के कुछ फैसलों को लेकर असहज बताए जाते हैं। लेकिन भाजपा सूत्रों का दावा है कि टिकट काटने में इस तरह के समीकरण बिठाए जाएंगे कि पार्टी के किसी भी स्थानीय छत्रप को अधिक परेशानी न हो। सभी लोगों से तालमेल बिठाते हुए पूरे सामंजस्य के साथ चुनाव में उतरने की रणनीति बनाई जा रही है। पिछले चुनाव में पूरी तैयारी के बाद उतरने के बाद भी भाजपा पूर्ण बहुमत से पीछे रह गई थी।
कांग्रेस की कड़ी चुनौती
लोकसभा चुनाव में हरियाणा के आधे सीटों पर कब्जा जमाने के बाद कांग्रेस के हौंसले बुलंद हैं। पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल करने का दावा कर रही है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि जाटों की भाजपा से कथित नाराजगी, खिलाड़ियों से जुड़ा विवाद, राहुल गांधी-मल्लिकार्जुन खरगे की जोड़ी का करिश्मा इस बार उसे हरियाणा में सत्ता तक पहुंचा सकता है। हालांकि, कांग्रेस के लिए यह चिंताजनक बात हो सकती है कि इसी चुनाव में आम आदमी पार्टी भी अपनी किस्मत आजमा रही है। यदि वह कांग्रेस के वोट काटती है तो इससे कांग्रेस को कुछ सीटों पर कुछ वोटों का नुकसान हो सकता है।
Bureau Report
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