सूरत में तनाव: गणेश प्रतिमा से अभद्रता के बाद पथराव से लेकर एफआईआर और गिरफ्तारी तक, जानें अब तक क्या-क्या हुआ

सूरत में तनाव: गणेश प्रतिमा से अभद्रता के बाद पथराव से लेकर एफआईआर और गिरफ्तारी तक, जानें अब तक क्या-क्या हुआ

गुजरात के सूरत शहर में गणपति उत्सव के दौरान तनाव फैल गया। दरअसल, बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने कथित रूप से एक पंडाल में पथराव किया। इस वजह से भगवान गणेश की मूर्ति को नुकसान पहुंचा। रविवार देर रात सैयदपुरा में हुई इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने कुछ नाबालिगों को हिरासत में लिया। इसके बाद करीब 300 लोगों ने लालगेट थाने का घेराव किया। उन्होंने अपने समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई का विरोध किया। इस दौरान हालात बेकाबू हो गए। आइए जानते हैं विस्तार से…

कैसे भड़की हिंसा?
पुलिस के मुताबिक, एक ऑटोरिक्शा में सवार कुछ उपद्रवियों ने गणेश पंडाल में पत्थर फेंके। इससे मूर्ति खंडित हो गई। पुलिस ने इस सिलसिले में कुछ नाबालिगों को हिरासत में लिया। उन्हें लालगेट थाने लाया गया। सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि जब भीड़ ने अपने समुदाय के लोगों को हिरासत में लिए जाने के विरोध में थाने का घेराव किया तो दो समूहों ने एक दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक पुलिस के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। हालात बेकाबू होता देख पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े। उन्होंने कहा कि हमारे पास सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग हैं। इससे सभी की पहचान कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

किन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया?
पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें गैरकानूनी तरीके से एकत्र होना, किसी भी वर्ग के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना और किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करना शामिल है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा में शामिल लोगों पर दंगा फैलाने, गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने आदि के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

अब तक कितनों पर हुई कार्रवाई?
इन घटनाओं के सिलसिले में अब तक 32 लोगों को हिरासत में लिया गया है। दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।

सरकार ने क्या किया?
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा किया। उन्होंने लोगों से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया। सांघवी ने कहा कि शहर के शांति और सौहार्द्र में खलल डालने वाले हर व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाएगा। किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।

Bureau Report

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