वाशिंगटन: अमरीका के कुछ राज्यों में दोबारा चल रही मतगणना के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी की हिलेरी क्लिंटन वर्तमान प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रंप से 25 लाख वोटों से आगे निकल गई हैं।
हिलेरी को अमरीका के इतिहास में राष्ट्रपति पद के किसी भी श्वेत उम्मीदर से ज्यादा वोट हासिल हो चुके हैं। वहीं उन्होंने 2012 में बराक ओबामा को मिले वोटों से भी ज्यादा वोट मिले हैं।
ताजा आकड़े के अनुसार हिलेरी को कुल वोटों का 48 प्रतिशत व डोनाल्ड ट्रंप को 46 प्रतिशत वोट मिले हैं। असल में, विस्कॉन्सिन, मिशीगन और पेंसिलवेनिया में रीकाउंटिंग हुई। उम्मीद की गई थी कि हिलेरी जीत सकती हैं, पर ऐसा नहीं हुआ।
हिलेरी उन पांच प्रत्याशियों में सबसे आगे हैं जो पापुलर वोटों में जीतने के बाद भी चुनाव हार गए। ओबामा की वर्ष 2008 की जीत को छोड़ दें तो हिलेरी ने राष्ट्रपति के किसी भी प्रत्याशी से ज्यादा वोट प्राप्त किए हैं।
जॉर्ज बुश इससे पहले वर्ष 2000 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी से करीब 50 हजार मतदान से पीछे रहने के बावजूद चुनाव जीते थे।
हिलेरी को इलेक्टोरल कॉलेज के 232 वोट मिले हैं जबकि ट्रंप को 270 वोट। मतलब यह कि मतों की दोबारा गिनती से हिलेरी को राष्ट्रपति पद का नतीजा बदलने में कोई मदद नहीं मिलेगी। दरअसल, उन्हें ज्यादा अमरीकियों ने वोट तो दिया लेकिन उन्हें पर्याप्त इलेक्टोरल कॉलेज के वोट दिलाने वाले राज्यों में जीत नहीं मिली।
डेमोक्रेट्स का कहना है कि जिस अंतर से हिलेरी को वोट मिले हैं उससे सिद्ध होता है कि प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रंप के साथ जनमत नहीं।
Bureau Report
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