नईदिल्ली: भारत में होने वाली विभिन्न खेलों की प्रोफेशनल लीगों में भारतीय खिलाडि़यों के मुकाबले विदेशी खिलाडि़यों को ज्यादा पैसा मिलने का दौर प्रो रेसलिंग लीग के सीजन-2 की नीलामी में भी जारी रहा। रियो ओलंपिक की कांस्य विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक को सिर्फ 30 लाख रुपये में दिल्ली की टीम ने खरीदा, जबकि तीन बार की ओलंपिक पदक विजेता मारिया स्टेडनिक को दिल्ली ने ही 47 लाख रुपये की मोटी कीमत दी।
नीलामी में पंजाब ने व्लादीमिर खिनचेगश्वली को 48 लाख रुपये की सबसे ज्यादा कीमत पर खरीदा, रूस के माजोरेड कुर्बानालीव को हरियाणा ने 47 लाख रुपये दिए। रियो ओलंपिक के कांस्य विजेता जार्जिया के जैबरिल हेसानोव को मुंबई ने 43 लाख, रियो स्वर्ण विजेता ऐरिका वीब को मुंबई ने 43 लाख व 3 बार की विश्व चैंपियन स्वीडन की सोफिया मैटसन को हरियाणा ने 41.50 लाख रुपये में खरीदा।
रितु फोगाट को जयपुर ने 36 लाख, साक्षी के मंगेतर सत्यव्रत कादियान को दिल्ली ने 18 लाख, गीता फोगाट व बबीता को उत्तर प्रदेश ने 16-16 लाख रुपये में खरीदा। बजरंग पूनिया को भारतीयों में सबसे ज्यादा 38 लाख रुपये में दिल्ली ने खरीदा। अमित धनकड़ को उत्तर प्रदेश ने 32 लाख रुपये में खरीदा।
प्रो रेसलिंग लीग के आयोजकों को सबसे बड़ा झटका तब लगा, जब स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त ने आखिरी समय में नीलामी से अपना नाम वापस ले लिया। योगेश्वर का नाम गुरुवार तक भारतीय कुश्ती महासंघ की नीलामी में उतरने वाले पहलवानों की सूची में था, लेकिन उन्होंने अंतिम समय में नीलामी से अपना नाम वापस ले लिया। सूत्रों ने बताया कि लंदन ओलंपिक के कांस्य विजेता पहलवान ने अपनी शादी का हवाला देकर नाम वापस ले लिया। उन्होंने आयोजकों को लीग के लिए शुभकामनाएं दीं। लेकिन उनका हटना बड़ा झटका माना जा रहा है। पिछले सीजन में भी दो बार के ओलंपिक विजेता पहलवान सुशील कुमार ने खेलने से मना कर दिया था।
Bureau Report
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