नई दिल्ली : हैदराबाद बम धमाकों के गुनहगार आतंकी यासीन भटकल की पत्नी जाहिदा इरशाद खान ने एक इंटरव्यू में कहा है कि उसके पास 10 बच्चों को खाना खिलाने के लिए पैसे नहीं हैं। जब मीडिया दिल्ली के अबुल फज्ल एंक्लेव स्थित उसके घर पहुंचा तो उसने कैमरों से बचने के लिए घर की लाइटें बंद कर दीं।
भटकल को अदालत द्वारा सजा-ए-मौत सुनाने पर उसने कहा, मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो। कुछ देर बाद उसने कहा, मेरे पास पैसे नहीं हैं और सभी बच्चे भूखे मर रहे हैं। मेरी सबसे बड़ी बेटी को तेज बुखार है। हमारी देखभाल करने के लिए यहां कोई नहीं है। इसके बजाय जो भी यहां आता है, और ज्यादा मुसीबतें लेकर आता है। मेहरबानी कर हमें अकेला रहने दीजिए। हम इस दुनिया से कोई ताल्लुक नहीं रखते।
जाहिदा 10 बच्चों की परवरिश कर रही है। इनमें से कुछ बच्चे भटकल तथा उससे हैं। पति को मिली सजा पर उसने कहा, वे बेगुनाह हैं। जाहिदा ने बताया, उसके पास आय का कोई जरिया नहीं है। अगर हालात ऐसे ही रहे तो खुद को मारने से पहले उसे अपने सभी बच्चों को मारना होगा।
उसने कहा, मैं कुछ नहीं कमा रही हूं। मैं आय का जरिया खो चुकी हूं क्योंकि अब लोग अपने बच्चों को मेरे पास उर्दू पढऩे के लिए नहीं भेजते, क्योंकि मैं यासीन भटकल की बीवी हूं। जब से लोगों को हमारा पते की जानकारी हुई है, हमारी मुसीबतें और ज्यादा बढ़ गई हैं।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले जब जाहिदा की पहचान उजागर नहीं हुई थी, वह शाहीन बाग के एक स्कूल में पढ़ाती थी। बाद में वह घर पर ही अपने बच्चों को उर्दू पढ़ाने लगी लेकिन जब भटकल पर आतंकवाद के आरोप सिद्ध हो गए तो उसकी पहचान उजागर हो गई तथा लोगों ने उससे दूरी बना ली।
Bureau Report
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