बीजिंग: चीन ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि इस महीने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की सालाना बैठक के दौरान भारत व पाकिस्तान को संगठन की स्थायी सदस्यता मिलने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव में कमी आएगी।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने कहा कि हम उम्मीद जताते हैं कि भारत और पाकिस्तान एससीओ के घोषणा पत्र का कड़ाई से पालन करेंगे और अच्छे पड़ोसी, शंघाई की भावना को बरकरार रखेंगे। साथ ही संबंधों में सुधार लाने और प्रोत्साहन का विचार एससीओ के विकास में मददगार साबित होगा।
शिखर सम्मेलन कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में जून महीने के शुरुआत में होनी है। संवाददाता सम्मेलन हॉल में दोनों कोनों में बैठे दोनों देशों के संवाददाताओं की ओर देखकर मुस्कुराते हुए हुआ ने कहा कि मैं पाकिस्तान तथा भारत दोनों देशों के मित्रों को देख सकती हूं। मुझे उम्मीद है कि एक दिन आप दोनों साथ में बैठे होंगे।
जनवरी 2016 में भारतीय सेना के अड्डे पर अतंकवादी हमले के बाद सेना के दूसरे शिविर पर इसी तरह के हमले के बाद से ही दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। भारत तथा पाकिस्तान, चीन के नेतृत्व वाले छह सदस्यीय समूह का स्थायी सदस्य बनेगा जिसमें रूस, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, तजाकिस्तान तथा किर्गिस्तान शामिल हैं।
गौरतलब है कि इस समूह का गठन 2001 में सदस्य राष्ट्रों के बीच सैन्य सहयोग तथा आतंकवाद से निपटने के लिए हुआ था। हुआ ने कहा कि एससीओ अपने गठन के बाद पहली सदस्यता के लिए अपना विस्तार करेगा और यह सर्वाधिक कवरेज वाला एक क्षेत्रीय संगठन बन जाएगा और सबसे बड़ी आबादी का प्रतिनिधित्व करेगा।
Bureau Report
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