नई दिल्ली: चीन से जारी गतिरोध के बीच भारत,अमरीका और जापान की नौसेना ने यहां मालाबार नौसेनिक युद्धाभास 2017 की शुरुआत कर दी। इस सैन्य अभ्यास में कुल 16 जंगी जहाज, 95 एयरक्राफ्ट्स और दो सबमरीन शामिल किए गए हैं। तो वहीं इस अभ्यास का मकसद तीनों देशों के बीच आपसी सैन्य संबंधों को और अधिक मजबूत करना है, ताकि भविष्य में किसी भी चुनौती का मुकाबला किया जा सके।
मालाबार नौसेनिक युद्धाभास का 21वां संस्करण है। जो कि 17 जुलाई तक चलेगा। ध्यान हो कि साल 1992 से भारत और अमरीका हर साल नौसेना अभ्यास का आयोजन बंगाल की खाड़ी में करते आ रहे हैं। जहां इस मालाबार नौसेना अभ्यास में जापान की मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (MSDF) चौथी बार लगातार भाग ले रही है।
इस अभ्यास की घोषणा ईस्टर्न नेवल कमांड के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एचसीएस बिष्ट ने की। जिसके बाद उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य समान चुनौतियों और खतरों से एक साथ मिलकर निपटा जा सके। बावजूद इसके उन्होंने भारतीय समुद्री इलाके में चीनी पनडुब्बियों की स्थितियों की खबरों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
तो वहीं इस अभ्यास में भाग ले रहे अमरीकी नौसेना के स्ट्राइक ग्रुप 11 के कमांडर रियर ऐडमिरल विलियम डी ब्रायन ने कहा कि इस अभ्यास के जरिए ये संदेश दिया जा रहा है कि हम एकसाथ किसी भी खतरे का मुकाबला कर सकते हैं। और हमारा साथ बेहतर है। उन्होंने यह बात इस क्षेत्र नौसेना अभ्यास के बाद चीन के प्रतिक्रिया के सवाल पर कही।
गौरतलब है कि इन दिनों हिंद महासागर के क्षेत्र में चीनी गतिविधियां काफी तेज हुई है। तो वहीं इस अभ्यास को लेकर चीन पहले ही आपत्ति जता चुका है। तो वहीं सिक्किम बॉर्डर पर भारत और चीन की सीमा के तनाव पिछले कई दिनों से लगातार जारी है। जबकि इस अभ्यास के कुछ दिनों पहले ही भारतीय समुद्री इलाके में चीनी पनडुब्बियों को चहलकदमी करते देखा गया था।
Bureau Report
Leave a Reply