जयपुर: गैंगस्टर आनंदपाल का एनकाउंटर हुए 17 दिन हो चुके है, लेकिन अभी तक उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ है। आनंदपाल का शव उसके घर के आंगन में डी-फ्रीज में रखा हुआ है और अंत्येष्टि को लेकर हो रही राजनीति थम नहीं रही है। परिजन और राजपूत समाज एनकाउंटर की सीबीआई जांच कराने मांग पर अड़े है, तो सरकार भी कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है।
वहीं, बुधवार को आनंदपाल के पैतृक गांव सांवराद में रैली का आह्वान किया गया है। दावा किया जा रहा है कि रैली में रावणा राजपूत व राजपूत समाज के अतिरिक्त अन्य समाजों के एक लाख लोग शामिल होंगे। माना जा रहा है कि आनंदपाल की अंत्येष्टि का फैसला भी इसी रैली के दौरान होगा। वहीं पुलिस प्रशासन ने रैली को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है व धारा 144 लागू कर दी है।
प्रशासन के अनुसार रैली में आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार का हथियार ले जाने, आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करने पर रोक रहेगी। इसके अलावा नागौर के आसपास के जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।
रैली के लिए प्रशासन अलर्ट, सौंपी जिम्मेदारी
गैंगस्टर आनंदपाल का अंतिम संस्कार मंगलवार को भी नहीं हो सका। परिजन इस एनकाउंटर की सीबीआई जांच पर अड़े हुए है और सरकार पर दवाब बनाने के लिए हुंकार रैली सांवराद में आयोजित करने का ऐलान किया। इसे देखते हुए सरकार और प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। वहीं अलग अलग अधिकारियों को जि मेदारी सौंपी गई है। उधर रैली को सफल बनाने के लिए राजपूत संगठन भी पूरी तैयारी कर रहे है।
हुंकार रैली के आयोजन को देखते हुए गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में सोमवार रात सचिवालय में हाईलेवल मिटिंग आयोजित की गई, जिसमें गृह सचिव सहित अजमेर रेंज की आईजी, एसपी और अन्य आईपीएस अधिकारी, जिला कलेक्टर शामिल हुए। इस दौरान यहां टकराव को टालने समेत कई बिंदुओं पर चर्चा की गई।
अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट बंद
आंनदपाल एनकाउंटर मामले में अफवाहों का बाजार गरम है। इस पर नियंत्रण के लिए नागौर और बीकानेर में इंटरनेट सेवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। नागौर जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने नागौर जिले में कल रात से 12 जूलाई को देर रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है। आने जाने वाले वाहनों की चैकिंग कर उसमें सवार लोगों के नाम व पते नोट किए जा रहे है।
पुलिस अधिकरियों की विशेष टीम को लगाया
12 जुलाई के लिए लॉ एंड आर्डर संभालने के लिए प्रदेश के पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम गठित की गई है, जिसमें नागौरए चूरू समेत अन्य कई जिलों तथा विशेष शाखाओं में तैनात अधिकारियों को शामिल किया है।
एडीजी एनआरके रेड्डी ने एक आदेश जारी करते हुए सांवराद में तैनातगी के लिए पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। इनमें एएसपी स्तर के अधिकारियों में एएसपी पुष्पेंद्र सिंह, नरपतसिंह, बजरंग सिंह, नरपत सिंह, रतन सिंह व गोपालसिंह कानावत है। उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों में डीएसपी कुशाल सिंह, गजेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, चैनसिंह महेचा, जसवन्त सिंह बालोत, राजेंद्र सिंह, ओनाड़ सिंह, माधोसिंह सोढा, हिम्मत सिंह, अमर सिंह, कमल सिंह, किशन सिंह, मंजीत सिंह है। वहीं जयपुर कमिश्नरेट से भी सीआई, एसआई व एएसआई की ड्यूटी लगाई गई है।
Bureau Report
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