जयपुर: राजस्थान के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर आनंदपाल की फरारी को लेकर पहले जहां बवाल मचा हुआ था वहीं अब अंत्येष्टि किये जाने का मामला गर्माया हुआ है। विभिन्न संगठनों ने मिलकर बुधवार को सांवराद में हुंकार रैली बुलाई है जिसमें एक लाख पहुंचने का दावा किया गया है।
इधर, रैली के दौरान किसी भी तरह की अप्रीय स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने भी तैयारियां कर लीं हैं। रैली की घोषणा के दिन से ही पुलिस और प्रशासन में उच्च स्तर पर बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया था। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस अधिकारी और जवान सांवराद में तैनात किये गए हैं।
समाज विशेष के पुलिस अफसर-जवान तैनात
सांवराद में बुलाई गई हुंकार रैली में एक लाख लोगों के जुटने के दावे के बीच सरकार ने विशेष रणनीति बनाकर इससे निपटने की तैयारी की है। इसके लिए एक विशेष के पुलिस अफसरों और जवानों को चुनकर सांवराद में तैनात किया गया है। दरअसल, आनंदपाल एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग पर बुलाई गई रैली में बड़ी संख्या एक समाज विशेष के लोगों की रहेगी।
सरकार का मानना है कि उसी समाज विशेष के पुलिस अफसरों की तैनाती कानून व्यवस्था बनाये रखने में मददगार साबित रहेगी। लॉ एंड आर्डर संभालने के लिए प्रदेश के पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम गठित की गई है, जिसमें नागौर, चूरू समेत अन्य कई जिलों तथा विशेष शाखाओं में तैनात अधिकारियों को शामिल किया है।
समाज विशेष के इन अफसरों की लगाई गई ड्यूटी
एडीजी एनआरके रेड्डी ने एक आदेश जारी करते हुए सांवराद में तैनातगी के लिए पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। इनमें एएसपी स्तर के अधिकारियों में एएसपी पुष्पेंद्र सिंह, नरपतसिंह, बजरंग सिंह, नरपत सिंह, रतन सिंह व गोपालसिंह कानावत है।
इसी तरह से उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों में डीएसपी कुशाल सिंह, गजेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, चैनसिंह महेचा, जसवन्त सिंह बालोत, राजेंद्र सिंह, ओनाड़ सिंह, माधोसिंह सोढा, हिम्मत सिंह, अमर सिंह, कमल सिंह, किशन सिंह, मंजीत सिंह है। वहीं जयपुर कमिश्नरेट से भी सीआई, एसआई व एएसआई की ड्यूटी लगाई गई है।
नागौर एसपी परिस देशमुख के अनुसार सांवराद सहित जिलेभर में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 2500 पुलिसकर्मियों का जाब्ता तैनात किया गया है। इसमें नागौर के साथ आसपास के जोधपुर, बीकानेर, चूरू, सीकर, अजमेर सहित अन्य जिलों से भी जाब्ता बुलाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सांवराद में 41 राजपूत अधिकारी लगाए गए हैं, ताकि विशेष परिस्थितियों में स्थिति को काबू में कर सकें।
गांव सांवराद में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को चैकिंग से गुजरना होगा, जिसके लिए 32 नाके बनाए गए हैं। समस्त जाब्ते को नागौर पुलिस अधीक्षक देशमुख स्वयं डीडवाना में कैम्प कर ब्रीफ कर रहे हैं।
Bureau Report
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