बेंगलूरु: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को हिटलर के एक वाक्य का उल्लेख करते हुए राजग सरकार की तुलना हिटलर शासनकाल से की और परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिटलर कह दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पुद्दुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी को एक पोस्टर में हिटलर बताए जाने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष ने भी मोदी पर उसी अंदाज में हमला बोला। कहा कि देश में सच का गला घोंटा जा रहा है।
भीम राव अम्बेडकर की 126 वीं जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में राहुल गांधी ने कहा कि आज जो कुछ हो रहा है वह भावनाओं के आधार पर भारत के लोकतंत्र को कैद करने की कोशिश है। यह काम नौकरशाह, पीएम और संघ के लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री, नौकरशाही और संघ व्यवस्थित तरीके से तमाम लोकतांत्रिक संस्थाओं पर कब्जा कर रहे हैं।’ इसके बाद राहुल ने हिटलर के वाक्यांश का उल्लेख करते हुए कहा ‘हिटलर ने एक बार लिखा कि सच्चाई पर अपनी मजबूत पकड़ बनाकर रखो, ताकि आप कभी भी उसका गला घोंट सको। आज यही हो रहा है।’ उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि सच और ताकत एक ही चीज नहीं है। डॉ. अंबेडकर इसलिए महान हैं क्योंकि वह सच के साथ खड़े हुए थे। प्रधानमंत्री और संघ उनके खिलाफ उठने वाली हर आवाज को बंद करना चाहते हैं।
अपने भाषण के दौरान राहुल ने बीफ और अखलाक हत्याकांड रोहित वेमुला की खुदकुशी का मुद्दा भी उठाया और कहा कि ‘मैं इसे खुदकुशी नहीं कहता। रोहित वेमुला का अपमान करके हत्या की गई। उन्होंने मोहम्मद अखलाक के बारे कहा कि बछड़े की चोरी के आरोप में पीटकर-पीटकर उसकी हत्या कर दी गई और इस हत्या पर बोलने के बजाए बीफ पर सवाल हो रहे।
उन्होंने इन सब के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि केंद्र सरकार घमंड में चूर है। नोटबंदी को लेकर भी राहुल ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि जो व्यक्तिगत बातचीत में लोग नोटबंदी को प्रतिगामी कदम बताते हैं, वहीं सार्वजनिक तौर पर उसे ऐतिहासिक कदम बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासक की पोल सभी जानते हैं लेकिन सामने आकर कहने का साहस नहीं कर पा रहा है।
Bureau Report
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