जयपुर: प्रदेश के कई जिलों में इस बार सावन अपने साथ आफत की बारिश लेकर आया है। सावन के दौरान प्रदेश भर में कई जिलों में हुई बारिश ने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है। कई जिलों में रेस्क्यू का काम अभी भी जारी है। आपदा प्रबंधन और स्थानीय पुलिस की टीमों के साथ ही सेना ने भी रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया है।
प्रदेश के कुछ जिलों में तो लोग घर से बेघर हो गए हैं। दो दिन की बारिश के दौरान सेना, आपदा प्रबंधन और स्थानीय पुलिस ने जालोर, पाली, सिरोही और उदयपुर से करीब पांच सौ लोगों को तो बचा लिया है। अन्य फंसे लोगों को लेकर राहत और बचाव कार्य जारी है। सेना ने भी आज सवेरे पांच हैलीकॉप्टर भेजे हैं। इनमें से दो गुजरात और तीन राजस्थान में बचाव कार्य कर रहे हैं।
आकाशीय बिजली से सात की मौत
प्रदेश भर में बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने के मामले इस बार ज्यादा देखने को मिले हैं। प्रदेश भर में बिजली गिरने के कारण होने वाले हादसों में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है और आठ अन्य गंभीर रूप से झुलस चुके हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पाली के मारवाड़ में खेत में बिजली गिरने से लक्ष्मण सिंह की मौत हो गई। वहीं उदयपुर के मोरवाल गांव पंचायत में बिजली गिरने से गणेश, बसंती और सुशीला झुलस गए। वहीं डग झालावाड़ में बिजली गिरने से खेत में काम कर रहे कालूराम और दशरथ सिंह की मौत हो गई।
इसी तरह से भीलवाड़ा के बिगोद में किसान गोपाल की भी खेत में काम करने के दौरान बिजली गिरने से मौत हो गई। गोपाल के साथ काम कर रहे पांच लोग भी झुलस गए। अलवर में बिजली गिरने से गिर्राज की मौत हो गई।
जयपुर जिले में शाहपुरा में बारिश के दौरान बचने के लिए बिजली बॉक्स के पीछे छुपे धमेन्द्र कलवानिया की मौत हो गई उसे बचाने आया भाई रोहिताश भी झुलस गया। वहीं बाड़मेर के निकटवर्ती बोला गांव स्थित एक ढाणी में सोमवार रात भारी बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से महिला की मौत हो गई।
डूबने से अब तक 10 मरे
प्रदेश भर में अब तक बारिश के पानी मे बहने और डूबने दस लोगों की मौत हो चुकी है। जोधपुर के गंगाणा गांव में बरसाती नाले में नहाने के दौरान सेठू खां और सोलम खां की मौत हो गई। वहीं उदयपुर में कार बहने से प्यारेलाल मीणा की मौत हो गई। सिरोही के स्वरूपगंज में पानी में छह स्कूली बच्चे बहे, चार को बचाया दो बहनें इराना और सपना की मौत हो गई। बांसवाड़ा में कुशलगढ़ एसडीएम रामेश्वर लाल मीणा की पानी में बहने से मौत हुई। चार दिन बाद शव मिला।
नागौर के कुचामन सिटी में मेगा हाईवे पर बरसाती नाले में नहाने के दौरान दो बच्चों की मौत हो गई। भीलवाड़ा के गंगापुर के तिलोनी गांव में बारिश के चलते दीवार ढहने से उसके नीचे दबे एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं जयपुर के बस्सी में भी बारिश के चलते दीवार ढहने से एक युवक की मौत हो गई।
सेना ने भेजे पांच हैलीकॉप्टर
भारी बारिश के दौरान बाढ़ और अन्य जगहों पर फसे लोगों को एयर लिफ्ट करने के लिए सेना ने पांच हैलीकॉप्टर को रवाना किया है। इनमें से दो को गुजरात भेजा गया है। तीन को पाली, जालोर और जोधपुर में लगाया गया है। सेना के अधिकारियों का कहना है कि आज बारिश कुछ धीमी होने के कारण राहत और बचाव कार्य आसान हो सकता है।
आर्मी के पांच हैलीकॉप्टर उतारे हैं राहत और बचाव कार्य में, तीन पाली और जालोर और जोधपुर में जोधपुर से इनने उड़ान भरी है और बाकि दो बनास कांठा और पाटन गुजरात गए हैं। इन हैलीकॉप्टर ने डीसा एयरपोर्ट से उड़ान भरी है।
Bureau Report
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