नर्इदिल्ली: तेल विपणन कंपनियों ने सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में दो रुपये की बढ़ोतरी की है, जबकि गैर सब्सिडी वाला सिलेंडर 40 रुपये सस्ता किया गया है। नर्इ दरें आज से लागू हो गयीं। बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में सब्सिडी वाला सिलेंडर 479.77 रुपये का मिलेगा। गैर सब्सिडी वाला सिलेंडर 564 रुपये से घटकर 524 रुपये रह जाएगा।
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने साेमवार काे लोकसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में बताया था कि तेल विपणन कंपनियों को रसोई गैस सिलेंडर की सब्सिडी धीरे-धीरे खत्म करने के लिए हर महीने चार रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोत्तरी करने को कहा गया है। सरकार अगले वर्ष मार्च तक रसोई गैस सब्सिडी खत्म करना चाहती है। पहले कंपनियों को हर महीने दो रुपये बढ़ोतरी करने को कहा गया था।
कंपनियां पिछले साल जुलाई से हर महीने दो रुपये (वैट अलग) की बढ़ोतरी करती आ रहीं थीं। प्रधान ने बताया कि इस वर्ष 30 मई को कंपनियों से कहा गया था कि वे हर महीने जब तक सब्सिडी खत्म ना हो जाए, चार रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी करें। एक जुलाई से जीएसटी लागू होने पर सब्सिडी वाले सिलेंडर में पिछले छह साल की सबसे अधिक 25 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई थी। उपभोक्ता को एक वित्तीय वर्ष में 12 सिलेंडर सब्सिडी दर पर मिलते हैं। उससे अधिक लेने पर बाजार कीमत अदा करनी पड़ती है।
सिलेंडर का मूल्य बढाने पर भारी हंगामा
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल के सदस्यों ने सब्सिडी-युक्त रसोई गैस सिलेंडर का मूल्य प्रति माह चार रुपये बढाने को लेकर राज्यसभा में भारी शोरगुल और हंगामा किया जिसके कारण प्रश्नकाल के पहले सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही शुरू होने तथा जरुरी दस्तावेज पटल पर रखे जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने रसोई गैस सिलेंडर का मूल्य प्रति माह चार रुपये बढाने का मामला उठाते हुए कहा कि सरकार इस पर सब्सिडी समाप्त करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में पेट्रोलियम उत्पादों का मूल्य कम हुआ है, जबकि यहां इसका मूल्य बढ़ाया जा रहा है। सरकार के कथनी और करनी में अंतर है। बाद में सदस्यों के सदन के बीच में आकर नारेबाजी करने पर सदन की कार्यवाही साढे ग्यारह बजे के पहले दस मिनट के लिए और इसके बाद 11 बजकर 45 मिनट पर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गर्इ।
Bureau Report
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