नईदिल्ली: विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप का फाइनल जिस स्तर का होना चाहिए रविवार को वह पूरी दुनिया को नजर आया. महिला एकल वर्ग के फाइनल में रियो ओलिंपिक-2016 की रजत पदक विजेता भारत की शीर्ष खिलाड़ी पी. वी. सिंधु का सामना जापान की नोजोमी ओकुहारा से था. रियो ओलिंपिक-2016 के बाद दो बार की ब्रॉन्ज मेडल विजेता सिंधु से पूरे देश को गोल्ड की उम्मीद थी, हालांकि पहली बार फाइनल खेल रहीं सिंधु के इस स्वर्णिम सफर पर ओकुहारा ने लगाम लगा दी और सिंधु को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा. लेकिन ये मैच वर्ल्ड चैंपियनशिरप के इतिहास का सबसे लंबा मैच रहा, जो लगभग 110 मिनट तक चला.
रियो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली ओकुहारा ने सिंधु को बेहद रोचक और संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-19, 20-22, 22-20 से मात दी. एक घंटे 50 मिनट तक चले मुकाबले में रोमांच ऐसा था कि दर्शक अपनी सीट से उठ नहीं पाए, क्योंकि दोनों खिलाड़ियों के बीच एक-एक अंक की दिलचस्प लड़ाई देखी गई. तीसरे गेम में दोनों खिलाड़ी पूरी तरह थकी नजर आ रही थीं, लेकिन जीत की जिद लिए बैठी दोनों खिलाड़ियों ने हार नहीं मानी.
ओकुहारा विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली जापान की पहली महिला खिलाड़ी बनीं. दोनों के बीच यह सातवीं भिड़ंत थी, जिसमें जापानी खिलाड़ी ने चौथी बार बाजी मारी. सिंधु ने रियो ओलिंपिक और इसी साल सिंगापुर ओपन में ओकुहारा को मात दी थी. हालांकि सिंधु पहली बार इस चैम्पियनशिप में भारत को स्वर्ण दिलाने का इतिहास नहीं रच सकीं, लेकिन एक इतिहास रचने में सफल रहीं. ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत को विश्व चैम्पियनशिप में दो पदक मिले हों.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक स्टेडियम में रेलिंग के पीछे से मैच देख रहीं बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल मैच खत्म होने के बाद कोच गोपीचंद के पास पहुंची और उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि मैच देखते-देखते उनका पेट्रोल खत्म हो गया. उनका मतलब था कि मैच इतना लंबा था कि वे देखते हुए ही थक गईं थीं. सायना ने सिंधु के बेहतरीन प्रदर्शन की तारीफ भी की. बता दें इस बार सायना को कांस्य से ही संतोष करना पड़ा वहीं 2015 में उन्हें सिल्वर मेडल मिला था.
ब्रेक के बाद ओकुहारा रहीं दबाव बनाने में कामयाब
पहला गेम काफी रोमांचक रहा. ओकुहारा ने पहला अंक लिया, लेकिन सिंधु ने तुरंत बराबरी की. कुछ देर तक सिलसिला ऐसे ही चलता रहा और एक समय स्कोर 5-5 से बराबर था. सिंधु ने यहां से बढ़त बनाना शुरू की और पहले गेम के हाफ तक 11-5 से आगे निकल गईं, लेकिन ब्रेक के बाद ओकुहारा ने सिंधु पर दबाव बनाना शुरू किया और सिंधु ने गलतियां करनी शुरू कर दीं. ओकुहारा 14-11 से आगे हो गई थीं हालांकि सिंधु ने हार नहीं मानी और स्कोर 14-14 से बराबर कर लिया.
दूसरे गेम में सिंधू ने की अच्छी शुरुआत
ओकुहारा ने लगातार चार अंक लेकर एक बार फिर 18-14 की बढ़त ले ली. सिंधु ने स्कोर 19-19 से बराबर किया, लेकिन अपनी गलती से वह एक अंक गंवा बैठी और जापानी खिलाड़ी को बढ़त दे दी, जिसका फायदा उन्होंने उठाया और पहला गेम जीत ले गईं. दूसरे गेम की शुरुआत में सिंधु हावी रहीं. उन्होंने 5-2 की बढ़त ले रखी थी. इस बढ़त को उन्होंने ब्रेक तक कायम रखा और 11-8 कर लिया. लेकिन एक बार फिर जापानी खिलाड़ी ने वापसी की और लगातार अंक लेकर एक समय स्कोर 17-18 कर लिया. सिंधु ने यहां से तीन लगातार अंक लिए और स्कोर 20-17 कर लिया.
ओकुहारा ने उठाया सिंधु की थकान और गलती का फायदा
दूसरा गेम उनकी झोली में लग ही रहा था कि वह तीन लगातार शॉट्स नेट पर मार बैठीं और ओकुहारा ने 20-20 से बराबरी कर ली. सिंधु ने हालांकि गलती सुधारी और लगातर दो अंक लेकर 22-20 से गेम अपने नाम कर मैच को तीसरे गेम में पहुंचा दिया. तीसरा गेम बेहद रोमांचक रहा. ओकुहारा 4-1 से आगे थीं. सिंधु ने हार नहीं मानी और बेहतरीन वापसी कर स्कोर 5-5 से बराबर कर लिया. यहां से दर्शकों के बेहतरीन खेल देखने को मिला. यहां से दोनों खिलाड़ियों के बीच एक-एक अंक के लिए कठिन मशक्कत शुरू हुई, जो 20-20 तक चली. यहां से ओकुहारा ने सिंधु की गलती और थकान का फायदा उठाया और बाजी मार ले गईं.
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