बेंगलुरु: पूर्व केंद्रीय मंत्री और हाल में भाजपा में शामिल हुए एसएम कृष्णा के के दामाद और रिटेल चेन कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ के ठिकानों पर हुई छापेमारी में 650 करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा हुआ है.
आयकर अधिकारियों ने गुरुवार को वीजी सिद्धार्थ के व्यापारिक व आवासीय परिसरों की कर चोरी के मामले में तलाशी ली और अन्य ठिकानों पर भी छापा मारा. लेकिन रविवार को इस मामले में संपत्ति का खुलासा हुआ. आयकर अधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे छापेमारी शुरू हुई.
बेंगलुरु स्थित एक ट्रेडिंग कंपनी ‘अमैलगैमेटेड बीन ऑफिस’ (एबीसी) के कार्पोरेट कार्यालय की भी छानबीन की गई. ये सेंट्रल बेंगलुरु में कॉफी चेन आउटलेट संचालित करती है. इसकी शाखाएं राज्य के चिक्कमगलुरु, मुदिगेर और साकेलेसपुर में हैं और इसके मालिक का घर बेंगलुरु के एक पॉश इलाके में है.
छापों का संबंध सिद्धार्थ के रिश्तेदारों के राजनीति से जुड़ाव से नहीं है, अधिकारी ने कहा कि यह संयोग है कि व्यवसायी राज्य के प्रमुख नेता का दामाद है. अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि व्यवसायी के ठिकानों पर छापे जांच के दौरान मिली जानकारियों के बाद मारे गए हैं और इनका कोई संबंध व्यवसायी के राजनीतिक संबंधों से नहीं है.
सिद्धार्थ 2009 से 2012 तक देश के पूर्व विदेश मंत्री और 1999 से 2004 तक राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके कृष्णा के सबसे बड़े दामाद हैं. वह (कृष्णा) 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रह चुके हैं. कृष्णा (85) कांग्रेस से इस साल 29 जनवरी को इस्तीफा देने के बाद मार्च में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. हालांकि आयकर विभाग के छापों के बारे में सिद्धार्थ या एसएम कृष्णा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. सिद्धार्थ भारत में कॉफी आउटलेट की सीरीज कैफे कॉफी डे के संस्थापक-मालिक हैं और जनवरी, 2015 से इसके अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रहे हैं. वह निवेशक भी हैं और उनकी कुछ आईटी कंपनियों में हिस्सेदारी भी है. वह देश में कॉफी के बीजों के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक हैं.
Bureau Report
Leave a Reply