गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीएचयू (BHU) में हाल ही में हुई हिंसक घटना को साजिश बताते हुए बुधवार को कहा कि मामले की शुरुआती जांच से असामाजिक तत्त्वों की भूमिका सामने आई है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में जो घटना हुई वह एक साजिश का परिणाम थी और शुरुआती जांच में इसमें असामाजिक तत्वों की भूमिका सामने आई है. उन्होंने कहा कि अराजकता फैलाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. बीएचयू में हो रहे घटनाक्रम की कवरेज करने गए पत्रकारों पर हुई लाठीचार्ज की घटना के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतिम जांच रिपोर्ट मिलते ही दोषियों पर कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि बीएचयू प्रकरण संवेदनशील है. छात्राओं की समस्याओं के समाधान के लिए प्राक्टोरियल बोर्ड को अपना काम करना चाहिए था. योगी ने राज्य और केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों से विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करने की सलाह दी. विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है लेकिन विपक्ष मात्र अनर्गल प्रलाप कर रहा है.
मालूम हो कि राज्य सरकार ने बीएचयू में हाल में छेड़छाड़ के विरोध में छात्राओं के प्रदर्शन और उन पर लाठी चार्ज समेत संपूर्ण प्रकरण की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए हैं. इससे पहले विश्वविद्यालय में कथित छेड़छाड़ और पुलिस के लाठीचार्ज के बाद मचे बवाल के बीच संस्थान के चीफ प्रॉक्टर प्रो. ओंकार नाथ सिंह ने घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रो. ओंकार नाथ सिंह ने मंगलवार देर रात कुलपति जीसी त्रिपाठी को इस्तीफा सौंप दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक छात्रा ने छेड़छाड़ की शिकायत की थी.
छात्रा ने आरोप लगाया था कि जब वह परिसर के अंदर छात्रावास की ओर लौट रही थी तो मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने उसके साथ छेड़छाड़ की. इस घटना के खिलाफ कुछ छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया. कुछ विद्यार्थियों ने कुलपति से उनके आवास पर मिलने की कोशिश की जिसके बाद हिंसा फैल गई.
Bureau Report
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