नईदिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की जयंती पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पुरानी सरकारों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत को नजरअंदाज करने की कोशिश की. हालांकि उन्होंने कांग्रेस पार्टी का नाम नहीं लिया. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोगों ने यह प्रयास किया कि सरदार पटेल की विरासत को भुला दिया जाए लेकिन इन प्रयासों के बावजूद राष्ट्र को एकीकृत करने के उनके प्रयासों को युवा याद करते हैं. गुजरात में आगामी चुनावों के लिहाज से पीएम मोदी का कांग्रेस पर यह बड़ा हमला है. वैसे भी बीजेपी, कांग्रेस और विशेष रूप से गांधी-नेहरू परिवार पर गुजरात से ताल्लुक रखने वाले सरदार पटेल के योगदान को नजरअंदाज करने का आरोप लगाती रही है.
रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में पीएम मोदी ने देश के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के संस्मरण का भी जिक्र किया. राजेंद्र बाबू ने कहा था कि आजाद सोचने और बोलने के लिए भारत नाम का देश आज उपलब्ध है. यह सरदार वल्लभ पटेल की दृष्टि, दृढ़ता और प्रशासनिक पकड़ के कारण ऐसा हो पाया है. ऐसा होने के बावजूद हम उनको भूल गए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इन शब्दों में देश के पहले राष्ट्रपति ने सरदार पटेल के संबंध में अपनी पीड़ा जाहिर की.
लौह पुरुष
सरदार वल्लभ भाई पटेल आजादी के आंदोलन में कांग्रेस के दिग्गज नेता और लौह पुरुष के नाम से लोकप्रिय थे. 1920 के दशक में ‘बारदोली’ आंदोलन में भूमिका के चलते महात्मा गांधी ने उनको सरदार का खिताब दिया था. जब देश आजाद हुआ तो देश के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री बने. उन्होंने तमाम देसी रियासतों का एकीकरण कर राष्ट्र को एकीकृत करने में अहम भूमिका निभाई.
इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में कहा कि भारत विविधताओं भरा देश है. विविधता में एकता ही हमारी पहचान है. जब तक हम उस विविधता का सम्मान नहीं करेंगे तब तक यह महज एक शब्द ही रहेगा और राष्ट्र-निर्माण में इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा. पीएम मोदी ने युवाओं को राष्ट्रीय एकता और अखंडता की शपथ भी दिलाई.
Bureau Report
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