नईदिल्ली: मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं, इस तरह की खबरें लगातार आती हैं. लेकिन, मंगल ग्रह पर जानें के लिए 1 लाख लोग तैयार हो चुके हैं सुनने में थोड़ा अजीब लगता है. हालांकि, सच्चाई यही है. रेड प्लैनेट यानी मंगल ग्रह पर जाने के लिए दुनियाभर के लोग उत्साहित हैं. लेकिन, भारतीयों ने इसके लिए टिकट भी बुक करा लिए हैं. साल 2018 में मंगल पर जाने के लिए फ्लाइट भेजी जाएगी. सफर के लिए आम जनता को निमंत्रण भेजा गया है. ऐसे में मंगल ग्रह पर जाने के लिए 1 लाख 38 हजार 899 भारतीयों ने फ्लाइट की टिकट बुक कराई है. इन सभी लोगों ने अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) के ‘इनसाइट मिशन’ (इंटीरियर एक्सप्लोरेशन यूसिंग सिस्मिक इंवेस्टीगेशन्स, जीओडेसी एंड हीट ट्रांसपोर्ट) के तहत अपना रजिस्ट्रेशन कराया है.
5 मई 2018 को शुरू होगा मिशन
नासा का ‘इनसाइट मिशन’ 5 मई 2018 को शुरू होगा. जिन्होंने मंगल पर जाने के लिए बुकिंग कराई है, उन्हें नासा की तरफ से ऑनलाइन ‘बोर्डिंग पास’ भी दिया जाएगा. नासा के मुताबिक, जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, उन नामों को एक सिलिकॉन माइक्रोचिप पर इलेक्ट्रोन माइक्रोबिम के जरिए लिखा जाएगा. नाम का अक्षर इंसानी बाल के एक हजारवें हिस्से से भी पतला होगा. मंगल पर जाने वाले लोगों के शरीर पर इस चिप को लगाया जाएगा.
रजिस्ट्रेशन कराने के मामले में तीसरे नंबर पर भारत
नासा के मुताबिक, मंगल पर जाने के लिए दुनियाभर से अबतक करीब 24 लाख 29 हजार 807 आवेदन मिले हैं. इस ग्लोबल लिस्ट में भारत तीसरे नंबर पर है. लिस्ट में सबसे ज्यादा आवेदन कराने के मामले में अमेरिका का है. यहां से 6 लाख 76 हजार 773 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. वहीं, दूसरे नंबर पर चीन हैं, जहां से 2 लाख 62 हजार 752 लोगों ने मंगल ग्रह के लिए बुकिंग कराई है.
720 दिन का है मिशन
स्पेस एक्सपर्ट ने कहा स्वाभाविक है कि मंगल ग्रह जाने वालों में सबसे अधिक अमेरिकी हैं, क्योंकि ये अमेरिका के नासा का मिशन है. लेकिन, जिस तरह से चीन के बाद भारत तीसरे स्थान पर है वह काफी अहमियत रखता है. मंगल ग्रह के लिए रवाना होने वाली फ्लाइट 5 मई को निकलेगी और 26 नवंबर 2018 को मंगल ग्रह पर पहुंचेगी. ये मिशन 720 दिनों का है.
Bureau Report
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