पटना: पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) में डॉक्टरों की हड़ताल के चलते अब तक 11 मरीजों की मौत की खबर है. दरअसल इस अस्पताल के डॉक्टर गुरुवार को इस अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट की थी. जिसके बाद अस्पताल के सभी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गये. हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीजों की मौत हड़ताल के दौरान किसी तरह की लापरवाही के चलते नहीं हुई है, यह सभी मंजूर गंभीर हालत में थे. अस्पताल प्रशासन का चाहे कुछ भी कहें लेकिन यह बात किसी भी नहीं छिपी है कि जूनियर डॉक्टरों के ना आने से ओपीडी सेवा बाधित रही, कई मरीजों को घंटो इंतजार करना पड़ा, सीनियर डॉक्टर ओपीडी में आए तो सही लेकिन वह भी तय समय से पहले ही चले गए. पीजीएमसी में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से छोटे-बड़े करीब 14 ऑपरेशन्स को भी अगले दिन के लिए टाल दिया गया है.
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से जहां इलाज की व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गयी, वहीं दूसरी ओर ओपीडी में 700 मरीजों का इलाज नहीं हो पाया. इतना ही नहीं, वार्ड में भर्ती मरीजों को जब डॉक्टर देखने नहीं आये तो कुछ मरीजों की हालत गंभीर हो गयी. ऐसे में वे बेड छोड़ कुछ आईजीआईएमएस तो कुछ प्राइवेट अस्पताल चले गये. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, प्रधान सचिव आरके महाजन अस्पताल प्रशासन को जल्द हड़ताल तोड़ने का निर्देश देते रहे. अधिकारियों के लाख समझाने के बाद भी डॉक्टर नहीं माने और हड़ताल को जारी रखा.
क्या था पूरा मामला
पटना सिटी स्थित पत्थर की मस्जिद के रहने वाले 27 वर्षीय मोहम्मद जाहिद को डेंगू हुआ था. हालत बिगड़ने के बाद परिजनों उसे पीएमसीएच की इमरजेंसी में लेकर आये, जहां चेक करने के बाद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मौत की खबर सुनने के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और मारपीट करने लगे. मारपीट के मामले में पीएमसीएच प्रशासन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है. सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
Bureau Report
Leave a Reply