नईदिल्ली: सोमवार को वॉशिंगटन डीसी में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के सामने भारतीय-अमेरिकी और बलूचों के एक समूह ने ‘चप्पल चोर पाकिस्तान’ का बैनर लेकर प्रदर्शन किया.पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ हुई बदसलूकी के बाद हो रहे विरोध की आग अमेरिका तक पहुंच गई है. अमेरिका में रह रहे भारतीय और बलूच लोगों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने पाकिस्तान की गलत हरकत के विरोध में इस्तेमाल किए गए जूते भी दान किए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह विरोध प्रदर्शन कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में है.पाकिस्तान के पास खुद के पास पहनने के लिए चप्पल भी नहीं है इसलिए उसने कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां के चप्पल भी ले लिया है.
पाकिस्तान का मतलब है अमेरिका से डॉलर कमाना, और हिंदूस्तान से जूते खाना. कुलभूषण परिवार के साथ जो व्यवहार हुआ है उससे पाकिस्तान की संकीर्ण मानसिकता का पता चलता है. इस दौरान प्रदर्शनकारी पाकिस्तान को देने के लिए चप्पल लेकर भी आए. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने कुलभूषण जाधव की पत्नी की चप्प तब चुराई जब वह संकट में थी.
प्रदर्शनकारी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ये इन चप्पलों का भी इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का मतलब क्या है? अमेरिका से डॉलर ले, हिन्दुस्तान के जूते खा. इस दौरान लोगों ने पाकिस्तान की गलत हरकत के विरोध में इस्तेमाल किए गए जूते भी दान किए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह विरोध प्रदर्शन कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में है. कुलभूषण परिवार के साथ जो व्यवहार हुआ है उससे पाकिस्तान की संकीर्ण मानसिकता का पता चलता है.
कुलभूषण जाधव ने मां से पूछा- ‘बाबा कैसे हैं’
जब पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी उनसे मिलने पहुंचे तो अपनी मां को मंगलसूत्र, बिंदी और चूड़ी में नहीं देखकर आशंकित आवाज में सबसे पहला सवाल यही पूछा कि ‘बाबा कैसे हैं.’ वह दरअसल अपने पिता की कुशलक्षेम जानने के लिए व्याकुल हो गए थे. इस बात की जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में दी. पाकिस्तान में जाधव के परिजनों से हुए दुर्व्यवहार के मसले पर बयान देते हुए सदन में विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने मुलाकात के दौरान बेहद अमानवीयता का परिचय दिया. उसने मानवीय गरिमा को तार-तार कर दिया. कुलभूषण की मां और पत्नी के मंगलसूत्र, बिंदी और चूडि़यां तक उतरवा ली गईं. इस दौरान कुलभूषण की मां ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा कि ये सुहाग की निशानियां हैं, कृपया इनको मत उतरवाएं. इस पर भी पाकिस्तानी अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा. दोनों सुहागिनों को विधवा की तरह पेश किया गया. इसी वेशभूषा की वजह से जाधव के मन में आशंका हुई कि उनकी गैरमौजूदगी में घर में कोई घटना तो घटित नहीं हो गई. इसलिए ही अपने पिता के बारे में उन्होंने सबसे पहले जानना चाहा.
कुलभूषण जाधव की मां-पत्नी के कपड़े भी बदलवा दिए
पाकिस्तान की जेल में कथित रूप से जासूसी के मामले में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव ने इस्लामाबाद में अपनी पत्नी और मां से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान पाकिस्तान का रवैया चौंका देने वाला था. जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात एक बंद कमरे में शीशे की दीवार के बीच कराई गई. बातचीत के दौरान विदेश मंत्रालय के कुछ अधिकारी भी वहां मौजूद थे. बातचीत के लिए एक इंटरकॉम का इस्तेमाल किया गया और कई कैमरों की निगरानी में पूरी मुलाकात हुई.पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी को उनसे मिलने की इजाजत दी थी. हालांकि मुलाकात के दौरान पड़ोसी देश ने मानवता के सभी मापदंडों की अवहेलना की. यहां तक कि मुलाकात से पहले जाधव की पत्नी और मां के कपड़े तक बदलवाए गए. उनके कानों की बाली से लेकर बिंदी भी हटा दी गई. मुलाकात से पहले जारी तस्वीर और वीडियो में दिख रहा है कि जाधव की मां और पत्नी इस्लामाबाद पहुंचे तब दोनों ने बिंदी लगाई थी कानों में बालियां भी पहनी थी. लेकिन मुलाकात के दौरान कमरे में बैठे परिजनों के कान खाली थे और बिंदी भी हटा दी गई.
Bureau Report
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